Edited By Pooja Gill,Updated: 22 Sep, 2025 05:30 PM

Unnao News: कानपुर में ‘आई लव मोहम्मद’ पोस्टर विवाद के बाद उपजा तनाव अब उन्नाव पहुंच गया। रविवार रात गंगाघाट क्षेत्र के मनोहर नगर में बिना अनुमति निकाले गए जुलूस पर पुलिस ने जब रोक लगाई, तो हालात बिगड़ गए। प्रदर्शनकारियों...
Unnao News: कानपुर में ‘आई लव मोहम्मद’ पोस्टर विवाद के बाद उपजा तनाव अब उन्नाव पहुंच गया। रविवार रात गंगाघाट क्षेत्र के मनोहर नगर में बिना अनुमति निकाले गए जुलूस पर पुलिस ने जब रोक लगाई, तो हालात बिगड़ गए। प्रदर्शनकारियों ने धार्मिक नारे लगाते हुए पुलिस पर पथराव कर दिया और कोतवाली प्रभारी अजय कुमार सिंह की वर्दी तक फाड़ दी। जुलूस के दौरान मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने धार्मिक नारे लगाए और जुलूस को दुर्गा मंदिर के पास से निकालने का प्रयास किया। इस दौरान 'सर तन से जुदा' जैसे आपत्तिजनक नारे लगने पर पुलिस लाठी चार्ज कर दिया।
जानिए, पूरा मामला
बता दें कि रविवार रात करीब 8:45 बजे मनोहर नगर में ‘I Love मोहम्मद’ के समर्थन में पुरुषों और महिलाओं की भारी भीड़ ने जुलूस निकाला। जैसे ही पुलिस ने उन्हें रोका, लोग उग्र हो गए और "गुस्ताख-ए-नबी की एक ही सजा…" , सर तन से जुदा करने जैसे नारे लगाने लगे। जब कोतवाली प्रभारी अजय कुमार सिंह ने भीड़ को समझाने का प्रयास किया, तो प्रदर्शनकारियों ने उनके साथ धक्का-मुक्की की और उनकी वर्दी के स्टार तक नोच लिए।
पुलिस ने की कार्रवाई, भीड़ में मची भगदड़
स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए गंगाघाट, सदर और अचलगंज कोतवाली से अतिरिक्त फोर्स बुलाया गया। क्विक रेस्पॉन्स टीम और पीएसी जवान भी मौके पर पहुंचे। लाठीचार्ज के बाद प्रदर्शनकारियों में भगदड़ मच गई। भीड़ में मौजूद महिलाओं ने जब पुलिस को रोकने की कोशिश की, तो बहस भी हुई।
सोशल मीडिया बना बवाल की जड़, इलाके में धारा 163 लागू
पुलिस की शुरुआती जांच के अनुसार, बवाल की शुरुआत सोशल मीडिया पर वायरल हुए भड़काऊ पोस्ट से हुई। उसी के विरोध में लोग जुलूस निकालने सड़कों पर उतरे। पुलिस का कहना है कि यह जुलूस बिना किसी अनुमति के निकाला गया था। ASP उत्तरी अखिलेश सिंह ने बताया कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और इलाके में धारा 163 लागू की गई है। छह लोगों को हिरासत में लिया गया है और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।
कानपुर से शुरू हुआ विवाद
इस पूरे मामले की जड़ें कानपुर के रावतपुर इलाके से जुड़ी हैं, जहां 4 सितंबर को बारावफात के मौके पर ‘I Love मोहम्मद’ का साइन बोर्ड लगाया गया था। अगले दिन कुछ हिंदू संगठनों ने इसका विरोध करते हुए इसे नई परंपरा बताया। विवाद इतना बढ़ा कि दोनों समुदायों में नारेबाजी और टकराव हो गया। FIR दर्ज होने के बाद मुस्लिम समुदाय ने विरोध जताते हुए कई शहरों में जुलूस निकाले। शारदानगर में लोग FIR वापस लेने की मांग करने लगे।
ओवैसी के पोस्ट के बाद यूपी के 30 शहरों में शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अपने X हैंडल पर लिखा – “I Love मोहम्मद लिखना अगर जुर्म है तो हर सजा मंजूर है।” इसके बाद यूपी के करीब 30 शहरों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए।