Edited By Pooja Gill,Updated: 29 Nov, 2024 09:07 AM
Sambhal Violence: उत्तर प्रदेश के संभल में रविवार को शाही जामा मस्जिद में सर्वेक्षण के दौरान हुई हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए है। हिंसा के दौरान आगजनी और तोड़फोड, पथराव हुआ...
Sambhal Violence: उत्तर प्रदेश के संभल में रविवार को शाही जामा मस्जिद में सर्वेक्षण के दौरान हुई हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए है। हिंसा के दौरान आगजनी और तोड़फोड, पथराव हुआ। इसमें कई प्रदर्शनकारी भी घायल हुए है। इस घटना में आखिर किस का हाथ और हिंसा क्यों हुई? अब इन सब सवालों के जवाब के लिए एक न्यायिक आयोग का गठन किया है।
योगी सरकार ने किए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन
दरअसल, राज्य सरकार ने इस मामले की जांच के लिए बृहस्पतिवार को तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन कर दिया, जिसका अध्यक्ष इलाहाबाद हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति देवेंद्र कुमार अरोड़ा को बनाया गया है। वहीं सेवानिवृत्त आईएएस अमित मोहन प्रसाद और सेवानिवृत्त आईपीएस अरविंद कुमार जैन को आयोग का सदस्य बनाया गया है। आयोग को हिंसा के कारणों और संबंधित पहलुओं की गहन जांच कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है।
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घटना की सही वजह भी पता लगाएगा आयोग
यूपी सरकार ने मामले में न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। रिटायर्ड जज डी. के. अरोड़ा की अध्यक्षता में रिटायर्ड IAS अमित मोहन प्रसाद और पूर्व डीजीपी ए के जैन इस आयोग के सदस्य होंगे। देर रात सीएम योगी आदित्यनाथ ने ये फैसला किया है। आयोग दो महीने में इस मामले की जांच कर पता लगाएगा कि यह घटना कोई सुनियोजित साजिश थी अथवा अचानक घटित हुई थी। यदि साजिश थी तो इसके पीछे किन लोगों की भूमिका थी। साथ ही, घटना के बाद पुलिस और जिला प्रशासन द्वारा कानून व्यवस्था बरकरार रखने का लिए उठाए गए कदम सही थे कि नहीं। आयोग गहनता से जांच करके घटना की सही वजह भी पता लगाएगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए राज्य सरकार को अहम सुझाव भी देगा।