Edited By Ramkesh,Updated: 28 May, 2025 08:17 PM

देश की सीमाओं पर तैनात जवान हम सभी देशवासियों की रक्षा के लिए 24 घंटे डटे रहते हैं। इसी कड़ी में 23 मई को 26 बीएसएफ के जवानों को राष्ट्रपति पदक और प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के द्वारा सभी जवानों को उनके उत्कृष्ट...
प्रयागराज ( सैय्यद आकिब रज़ा ): देश की सीमाओं पर तैनात जवान हम सभी देशवासियों की रक्षा के लिए 24 घंटे डटे रहते हैं। इसी कड़ी में 23 मई को 26 बीएसएफ के जवानों को राष्ट्रपति पदक और प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के द्वारा सभी जवानों को उनके उत्कृष्ट कार्यो को लेकर के सम्मानित किया गया। इसी कड़ी में प्रयागराज के रहने वाले विजय कुमार शुक्ला को भी राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित किया गया। बीएसएफ में विजय कुमार शुक्ला इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थे । करीब 40 साल की नौकरी के बाद उनके द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्यो से सम्मानित किया गया। पंजाब केसरी से खास बातचीत करते हुए इंस्पेक्टर विजय कुमार शुक्ला ने बताया कि राष्ट्रपति सम्मान मिलने के बाद वह बेहद खुश हैं।

उन्होंने 40 साल के अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि उनकी पहली मुठभेड़ भी पाकिस्तान की नापाक हरकतें से शुरू हुई थी। उन्होंने बताया जब 1985 में पहली बार वह बॉर्डर पर तैनात थे तो 2 पाकिस्तानी जासूस सीमा पार करने की फिराक में थे कि तभी उनपर फायरिंग करके उनके इरादों को परास्त किया। ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा करते हुए इंस्पेक्टर विजय कुमार शुक्ला ने कहा कि पाकिस्तान हमेशा नापाक हरकतें करता रहता है इसीलिए सीमा पर तैनात जवान 24 घंटे सतर्क रहते हैं। भारत ने पाकिस्तान को ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से मुंहतोड़ जवाब दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ समय वह एनएसजी कमांडो पर भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।

राष्ट्रपति पदक और प्रशस्ति पत्र मिलने के बाद इंस्पेक्टर विजय कुमार शुक्ला का पूरा परिवार गौरवांवित महसूस कर रहा है। उनके छोटे भाई के के शुक्ला इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ता है उनका कहना है कि मुझे अपने भाई पर गर्व है और बचपन से ही देश के प्रति कार्य करने की जिज्ञासा मेरे बड़े भाई में थी। इंस्पेक्टर विजय कुमार शुक्ला मूल रूप से अमेठी जिले के रहने वाले हैं फिलहाल वह प्रयागराज के राजपुर क्षेत्र में रहते हैं।