Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Sep, 2017 11:16 AM

शहर के बेनीगंज में हिंदू मुस्लिम एकता की अनूठी मिसाल देखने को मिलती है। यहां का एक मुस्लिम परिवार रामलीला के लिए रावण का पुतला बनाता है...
गोरखपुरः शहर के बेनीगंज में हिंदू मुस्लिम एकता की अनूठी मिसाल देखने को मिलती है। यहां का एक मुस्लिम परिवार रामलीला के लिए रावण का पुतला बनाता है। यह काम उन्होंने अपने पुरखों से सीखा है। बेनीगंज शहर के उन मुहल्लों में शामिल हैं, जहां हिन्दू और मुसलमानों का परिवार लगभग समान संख्या में है और सभी लोग मिलजुल कर रहते हैं
दरअसल बेनीगंज मोहल्ले में समीउल्ला का परिवार रहता है। समीउल्ला का रावण का पुतला बनाने का पुश्तैनी कारोबार है। अब समीउल्ला तो नहीं हैं, लेकिन उनके बेटे मुन्नू व पोते अफजल आज भी महानगर में होने वाली रामलीलाओं के लिए रावण व मेघनाद का पुतला, रावण दरबार व अशोक वाटिका का निर्माण करते हैं।
रोजाना 12-15 घंटे करते हैं मेहनत
बता दें कि दशहरे और मुहर्रम के 2 माह पूर्व से ही जी तोड़ मेहनत कर के करीब 5 रावण ही बना पाते हैं। जिनकी बाजार में कीमत 4 से 5 हजार होती है। इन्होंने बताया कि परिवार के सभी सदस्य मिल कर एक रावण को 15 दिन का समय और 12 से 16 घंटे की कड़ी मेहनत के बनाते हैं।
एक पुतला बनाना नें लगते हैं 3500 रुपए
अफजल ने बताया कि एक रावण का पुतला बनाने में सभी मेटेरियल और साजसज्जा का सामान ले कर 3 हजार से 3500 रुपये तक का खर्च आ जाता है। लेकिन इस पापी पेट के लिए हम लोग पूरे साल इन त्यौहारों का बेसबरी से इंतजार करते रहते है। हम पैसों के लिए नहीं अपनी पुश्तैनी विरासत को बचाने के लिए ये काम करते हैं।