Pahalgam हमले का यूपी में विरोध, मुस्लिमों ने काली पट्टी बांध कर किया प्रदर्शन

Edited By Pooja Gill,Updated: 26 Apr, 2025 09:33 AM

protest against pahalgam attack in up

लखनऊ: कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के खिलाफ पूरे उत्तर प्रदेश में व्यापक पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। कई हिंदू संगठनों और व्यापार निकायों ने बंद और रैलियों के माध्यम से अपना विरोध जताया...

लखनऊ: कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के खिलाफ पूरे उत्तर प्रदेश में व्यापक पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। कई हिंदू संगठनों और व्यापार निकायों ने बंद और रैलियों के माध्यम से अपना विरोध जताया, जबकि मुस्लिम समूहों ने प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन किया और इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की। मुजफ्फरनगर के खतौली कस्बे में, मुसलमानों ने अपना विरोध दर्ज कराने के लिए जुमे की नमाज के दौरान काली पट्टी बांधी। शाह इस्लामिक लाइब्रेरी में, कारी मोहम्मद खालिद के नेतृत्व में एक हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। खालिद ने केंद्र सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए एक ज्ञापन सौंपा।

बरेली में भी किया विरोध-प्रदर्शन
विरोध में खतौली में सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। बरेली में भी इसी तरह की भावनाएं व्यक्त की गईं, जहां इस्लामी विद्वान अल्लामा तौकीर रजा खान ने दरगाह आला हजरत में एक सभा को संबोधित करते हुए इस हमले को भारत में सांप्रदायिक अशांति फैलाने का एक सुनियोजित प्रयास करार दिया। उन्होंने कहा, ‘‘यह हिंदुओं और मुसलमानों को विभाजित करने की एक जानबूझकर की गई साजिश थी। हम हर भारतीय से आतंकवाद के खिलाफ एकजुट रहने की अपील करते हैं।'' खान ने स्थानीय कश्मीरी मुसलमानों की भी प्रशंसा की, जिन्होंने हमले के दौरान लोगों की जान बचाने में मदद की और इसे भारत की मानवता की साझा विरासत का प्रमाण बताया। गाजियाबाद में, उत्तर प्रदेश व्यापार मंडल के आह्वान पर शहर के बाजार बंद रहे। व्यापार मंडल के अध्यक्ष गोपी चंद के नेतृत्व में आयोजित एक विरोध मार्च में व्यापारियों ने ‘‘पाकिस्तान मुर्दाबाद'' लिखी तख्तियां ले रखी थीं। इस मार्च का समापन पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करने वाली एक अर्थी को प्रतीकात्मक रूप से जलाने के साथ हुआ। 

'आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता...'
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद अतुल गर्ग और शहर के विधायक संजीव शर्मा ने चौपला मंदिर बाजार में एक जनसभा को संबोधित किया। गर्ग ने सिंधु जल संधि को स्थगित करने और पाकिस्तानी राजनयिकों की संख्या सीमित करने सहित केंद्र द्वारा उठाए गए कूटनीतिक कदमों को रेखांकित किया। शर्मा ने पहलगाम की घटना को ‘‘भारत पर ही हमला'' बताया। सोनभद्र में भी कई जुलूस निकाले गए। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल ने रामलीला मैदान और बभनी बाजार में रैलियां निकालीं, जहां स्थानीय व्यापारियों ने भी समर्थन में अपनी दुकानें बंद रखीं। रामराज सिंह गोंड और हाजी फरीद अहमद के नेतृत्व में जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा निकाले गए मोमबत्ती जुलूस में लोगों ने आतंकवाद के खिलाफ नारे लगाए और केंद्र सरकार के साथ एकजुटता व्यक्त की। गोंड ने कहा, ‘‘आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता और राहुल गांधी ने इस मामले में सरकार को पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया है।'' 

प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में हुआ विरोध 
कन्नौज में, मुख्य शहर और सराय मीरा और मकरंद नगर जैसे आसपास के इलाकों में अभूतपूर्व बंद देखा गया। यहां तक कि छोटी-छोटी दुकानें भी बंद रहीं। सनातन सेवा संघ, विहिप, बजरंग दल और कई व्यापार संघों द्वारा दोपहिया वाहनों पर निकाली गई विरोध रैली फूलमती देवी मंदिर से शुरू हुई। बार एसोसिएशन के वकीलों ने बस अड्डे पर पाकिस्तान का पुतला भी जलाया। झांसी में संघर्ष सेवा समिति के बैनर तले सैकड़ों लोगों ने एलीट चौराहे पर प्रदर्शन किया, आतंकवाद का पुतला जलाया और सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की। प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में पूरे दिन आतंकवाद और पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन हुए। पुतले जलाए गए, मृतकों के लिए प्रार्थना की गई। हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों ने पहलगाम हमले के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की मांग की।

Related Story

Trending Topics

IPL
Kolkata Knight Riders

Punjab Kings

Teams will be announced at the toss

img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!