Edited By Umakant yadav,Updated: 06 Nov, 2021 12:42 PM
उत्तर प्रदेश पुलिस आए दिन अपने कारनामों को लेकर चर्चा में बनी रहती हैं। पुलिस अपराधियों को पकड़ने से ज्यादा जानवरों को ढूंढने में समय खर्च करती है। मुर्गी, बकरी, कुत्ता, भैंस के बाद अब रामपुर पुलिस घोड़ी ढूंढेगी।
रामपुर: उत्तर प्रदेश पुलिस आए दिन अपने कारनामों को लेकर चर्चा में बनी रहती हैं। पुलिस अपराधियों को पकड़ने से ज्यादा जानवरों को ढूंढने में समय खर्च करती है। मुर्गी, बकरी, कुत्ता, भैंस के बाद अब रामपुर पुलिस घोड़ी ढूंढेगी।
दरअसल, किसान कांग्रेस के जिलाध्यक्ष हाजी नाजिश खान ने कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर गुहार लगाई है कि उनकी ‘रानी’ नामक घोड़ी शुक्रवार सुबह गायब हो गई, जो नहीं मिल रही है। पुलिस जल्द से जल्द उसे ढूंढे। उन्होंने बताया कि घोड़ी रानी को तोपखाना गेट हजरतपुर चौराहा जावेद लाला की चक्की के पीछे बांधा जाता था। शुक्रवार सुबह घोड़ी को वहां से कोई खोल ले गया। उन्होंने डेढ़ साल पहले 82 हजार रुपए में घोड़ी खरीदी थी। यह उनके परिवार का अहम हिस्सा है। उनके बच्चों की भावनाएं उसके साथ जुड़ी हुई हैं।
बता दें कि रामपुर पुलिस जानवरों को ढूंढने में माहिर है। तत्कालीन सपा सरकार में मंत्री आजम खां की भैंस ढूंढने के लिए खुद पुलिस अधीक्षक साधना गोस्वामी मैदान में उतर पड़ी थीं और उन्हें ढूंढ भी निकाला था। तत्कालीन जिलाधिकारी अमित किशोर के पालतू कुत्ते जर्मन शेफर्ड जोजो को भी पुलिस ने 24 घंटे के अंदर ढूंढ निकाला था। अब इसी जिम्मेदार पुलिस पर कांग्रेसी नेता की घोड़ी ढूंढ कर लाने का जिम्मा भी आ पड़ा है।