Edited By Anil Kapoor,Updated: 27 Aug, 2024 01:48 PM
Gorakhpur News: गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया, जिसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ सोमवार की रात शामिल हुए। योगी आदित्यनाथ, हर साल उत्सव मनाने की परंपरा...
Gorakhpur News: गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया, जिसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ सोमवार की रात शामिल हुए। योगी आदित्यनाथ, हर साल उत्सव मनाने की परंपरा को जारी रखते हुए उत्सव में भाग लेने के लिए सोमवार को रात करीब साढ़े 8 बजे लखनऊ से गोरखपुर पहुंचे। इसके पहले मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर लखनऊ में ‘रिजर्व पुलिस लाइन' में आयोजित कार्यक्रम में भी शामिल हुए।
मिली जानकारी के मुताबिक, गोरक्षपीठ में पहुंचने पर योगी ने सबसे पहले शिव के अवतार कहे जाने वाले गुरु गोरखनाथ की पूजा-अर्चना की और फिर अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की। शाम को लोक गायक राकेश श्रीवास्तव द्वारा आयोजित महंत दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार में भजन-कीर्तन कार्यक्रम शुरू हुआ। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में भाग लिया और मधुर भजनों का आनंद लिया। राधा और कृष्ण की वेशभूषा में सजे बच्चों ने मुख्यमंत्री का मन मोह लिया।
सोमवार मध्य रात्रि में मंदिर के गर्भगृह में योगी ने श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के लिए विशेष अनुष्ठान किए। रात 12 बजे भगवान कृष्ण के दिव्य स्वरूप के बाद ‘‘नंद घर आनंद भयो, जय कन्हैयालाल की'' और ‘‘श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी, हे नाथ नारायण वासुदेवा'' गीतों और घंटियों की ध्वनि के बीच मुख्यमंत्री ने भगवान कृष्ण के शिशु रूप लड्डू गोपाल को गोद में उठाकर गर्भगृह से बाहर निकाला। इसके बाद उन्होंने भगवान को फूलों से सजे पालने में बिठाया और श्रद्धापूर्वक उन्हें झुलाने लगे। मुख्य धार्मिक समारोह रात 11 बजकर 30 मिनट पर शुरू हुआ और मध्य रात्रि में मंगल गीतों के गायन और प्रसाद वितरण के साथ संपन्न हुआ।
समारोह में मंदिर के मुख्य पुजारी योगी कमलनाथ, वाराणसी से महामंडलेश्वर संतोष दास (सतुवा बाबा) और अन्य प्रमुख हस्तियां शामिल हुईं। समारोह के दौरान योगी आदित्यनाथ ने बच्चों के साथ मस्ती की, उन्हें खिलौने और चॉकलेट दिए और कई बच्चों को गोद में उठाकर प्रेम और स्नेह दिखाया।