Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 17 Jan, 2021 08:35 AM
उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के 317 केंद्रों पर शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत हुई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बलरामपुर...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के 317 केंद्रों पर शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत हुई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बलरामपुर अस्पताल का दौरा किया और उन स्वास्थ्य कर्मियों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना जिन्हें आज कोविड-19 का टीका लगाया गया। इस मौके पर उन्होंने लोगों से अफवाहों से बचने और टीका लगवाने के लिये अपनी बारी का इंतजार करने को कहा।
उन्होंने कहा कि टीकाकरण अभियान के माध्यम से अब इस महामारी पर पूरी तरह से नियंत्रण पाया जा सकेगा। उन्होंने टीके के लिए प्रधानमंत्री तथा देश के वैज्ञानिकों के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि इतने कम समय में देश की जनता की रक्षा के लिए दो टीके तैयार कर पाना प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में ही सम्भव था। मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार के दिशा निर्देश के अनुरूप प्राथमिकता के अनुसार प्रदेश में टीकाकरण किया जाएगा। केन्द्र व राज्य के प्रयासों और व्यवस्थाओं से कोविड-19 को नियंत्रित करने में सफलता मिली है।
आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड नियंत्रण में मीडिया ने सकारात्मक भूमिका निभायी। उन्होंने कहा कि वह टीके के बारे में अफवाहों को रोकने के लिए काम करे। उन्होंने कहा, “सभी लोग कोरोना टीके के संबंध में फैलाई जा रही अफवाहों से बचें और टीकाकरण के लिए अपनी बारी का इंतजार करें। भारत द्वारा विकसित टीके विश्व के सबसे सफल और सस्ते हैं। इस टीकाकरण अभियान की शुरुआत से और सबके प्रयासों से उत्तर प्रदेश सहित पूरा देश इस महामारी पर विजय प्राप्त करने में सफल होगा।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना टीकाकरण के लिए निर्धारित प्रक्रिया का पूरा पालन किया जाएगा। प्रथम चरण में कोरोना योद्धाओं, चिकित्सकों, नर्स, पैरामेडिकल कर्मियों का टीकाकरण होगा। इसके बाद पुलिसकर्मी, स्वच्छता कर्मी, राजस्व कर्मी इत्यादि टीकाकरण की कतार में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इसके उपरान्त 50 वर्ष से ऊपर के ऐसे लोगों का टीकाकरण किया जाएगा, जो किसी अन्य बीमारी (कोमॉर्बिडिटी) का शिकार हैं। कोरोना का पहला टीका लगने के बाद दूसरा टीका 28 दिन के बाद लगाया जाएगा।