Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 22 May, 2022 11:26 AM
यूपी के रामपुर से विधायक आजम खान 27 महीने जेल में बिताने के बाद रिहा हुए हैं। जेल से रिहा होने के बाद आजम खान सबसे पहले रामपुर पहुंचे। यहां वह मीडिया से...
रामपुर: यूपी के रामपुर से विधायक आजम खान 27 महीने जेल में बिताने के बाद रिहा हुए हैं। जेल से रिहा होने के बाद आजम खान सबसे पहले रामपुर पहुंचे। यहां वह मीडिया से बातचीत करते हुए काफी भावुक हो गए। आजम खान ने कहा कि मैं लंबे समय से जेल में था, पता नहीं राजनीतिक रूप से क्या हुआ। कुछ मजबूरियां रही होंगी। मुझे कोई शिकायत नहीं है, लेकिन अफसोस है कि कोई बदलाव नहीं आया। मैं पता करूंगा कि आखिर मेरी वफादारी, कड़ी मेहनत और ईमानदारी में कहां चूक हो गई कि मैं नफरत का ऐसा पात्र बन गया।
आजम खान ने कहा कि मुसलमानों को जो भी सजा मिल रही है, वो उनके राइट ऑफ वोट की वजह से मिल रही है और सभी राजनैतिक दल ये समझते हैं कि मुसलमान सियासी दलों के राजनीतिक समीकरण खराब कर देते हैं। आजम खान ने कहा कि मैं उन सभी का शुक्रगुजार हूं, जिन्होंने मेरे लिए प्रार्थना की और सहानुभूति जताई, चाहे वह सपा, बसपा, कांग्रेस, टीएमसी, या यहां तक कि भाजपा हो, सभी दलों को कमजोर लोगों के बारे में सोचने की जरूरत है।
बता दें कि आजम खान शनिवार को जन्म प्रमाणपत्र मामले की सुनवाई के लिए एमपी-एमएलए कोर्ट के सामने पेश हुये। आजम शुक्रवार को 26 महीने 24 दिन बाद अंतरिम जमानत पर सीतापुर कारागार से रिहा होकर रामपुर पहुंचे थे। उन पर 88 मुकदमें विभिन्न मामलों में दर्ज हैं। आज अपने घर से आजम खान पेशी के लिए कोर्ट पहुंचे। आजम खान के साथ उनके समर्थकों की भीड़ मौजूद रही।
इस दौरान जन्म प्रमाण पत्र के वादी और आजम के ज्यादातर मुकदमों में वादी भाजपा नेता आकाश सक्सेना उर्फ हनी भी कोर्ट पहुंचे। आजम के साथ उनके विधायक बेटे अब्दुल्ला आजम भी मौजूद रहे। वो भी इस मामले आरोपी हैं। आज जन्म प्रमाण पत्र और पासपोर्ट मामले में सुनवाई की गई, जिसके तहत एमपी एमएलए कोर्ट में दोनों नेता मौजूद रहे।