Edited By Umakant yadav,Updated: 05 Mar, 2021 06:47 PM
ऐशबाग ईदगाह में जुमे के नवाज़ के दौरान ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने मुसलमानों से जहेज़ (दहेज) न लेने-देने की अपील की। इस दौरान मौलाना ने कहा कि कहा कि समाज में दहेज की मांग न की जाए तो आयशा जैसी लड़कियां सलामत रहेंगी।
लखनऊ: ऐशबाग ईदगाह में जुमे के नवाज़ के दौरान ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने मुसलमानों से जहेज़ (दहेज) न लेने-देने की अपील की। इस दौरान मौलाना ने कहा कि कहा कि समाज में दहेज की मांग न की जाए तो आयशा जैसी लड़कियां सलामत रहेंगी। उन्होंने कहा कि जहेज़ की ख्वाहिश करना इस्लाम में हरगिज़ जायज नहीं है, बल्कि इस्लामी शरीयत के तहत जहेज़ की मांग करना जुर्म है। लिहाजा जहेज की मांग करने वालों का सोशल बायकॉट होना चाहिए।
बता दें की अहमदाबाद के वातवा में अल्मीना पार्क की रहने वाली 23वर्षीया आयशा ने पति द्वारा दहेज़ उत्पीड़न करने पर साबरमती नदी में कूद कर आत्महत्या कर ली थी। आयशा ने आत्महत्या करने से पहले अपने माँ-बाप से इस बाबत बात की। साथ ही एक वीडियो रिकॉर्ड कर अपने पति आरिफ खान सहित परिजनों के खिलाफ सोशल मीडिया पर डाल दिया था। जिसके बाद वह वीडियो वायरल हो गया था। वायरल वीडियो ने मुस्लिम समाज को झकझोर दिया है।
वहीं मौलाना सूफियान निज़ामी ने भी कहा कि जहेज (दहेज) जैसा कैंसर हमारे समाज को खोखला करता जा रहा है। उन्होंने कहा कि धर्म को एक तरफ रखते हुए सभी लोग आगे आएं और अपनी समाज से ये ऐलान करें कि हम दहेज का बायकॉट करेंगे। जिससे आने वाले समय में एक बैहतर तस्वीर समाज को देखने को मिल सके।