Edited By Anil Kapoor,Updated: 10 Dec, 2025 10:37 AM

Mathura News: उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में महिलाओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर विवादों में घिरे कथावाचक स्वामी अनिरुद्धाचार्य महाराज की कानूनी मुश्किलें बढ़ गई हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हुए उनके वीडियो के बाद अखिल भारत हिंदू महासभा, आगरा की...
Mathura News: उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में महिलाओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर विवादों में घिरे कथावाचक स्वामी अनिरुद्धाचार्य महाराज की कानूनी मुश्किलें बढ़ गई हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हुए उनके वीडियो के बाद अखिल भारत हिंदू महासभा, आगरा की जिलाध्यक्ष मीरा राठौर ने उनके खिलाफ याचिका दाखिल की। इस याचिका पर सीजेएम उत्सव राज गौरव की अदालत ने परिवाद को स्वीकार करते हुए आधिकारिक रूप से दर्ज कर लिया है। अब इस मामले में विधिक प्रक्रिया शुरू हो जाएगी और कथावाचक को कोर्ट में पेश होकर जवाब देना होगा।
पूरा मामला क्या है?
अक्टूबर 2025 में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें स्वामी अनिरुद्धाचार्य ने बेटियों को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि “आजकल बेटियों की शादी 25 साल में होती है, तब तक वह कई जगह मुंह मार चुकी होती हैं।” इस बयान के सामने आने के बाद लोगों और महिलाओं के अधिकारों के लिए काम करने वाले संगठनों में व्यापक विरोध शुरू हो गया। कई लोगों ने इसे महिलाओं के सम्मान पर हमला बताया। स्वामी अनिरुद्धाचार्य ने विवाद बढ़ने पर सफाई दी कि वे महिलाओं का सम्मान करते हैं और उनका बयान तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया। बावजूद इसके महिला संगठनों का आक्रोश लगातार बना रहा।
मीरा राठौर ने दर्ज की याचिका
वीडियो में आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ मीरा राठौर ने सीजेएम अदालत में याचिका दाखिल की। उन्होंने इसे महिलाओं के सम्मान का गंभीर उल्लंघन बताया और कठोर कार्रवाई की मांग की। अदालत ने सुनवाई के बाद परिवाद को आधिकारिक रूप से दर्ज कर लिया। अगली सुनवाई 1 जनवरी 2026 को तय की गई है, जिसमें वादी मीरा राठौर के बयान दर्ज होंगे और इसके बाद आगे की कार्यवाही तय होगी। मीरा राठौर के वकील मनीष गुप्ता ने कहा कि परिवाद दर्ज होना महिलाओं के सम्मान की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम है।
कथावाचक के लिए कानूनी चुनौती
परिवाद दर्ज होने के बाद स्वामी अनिरुद्धाचार्य को कोर्ट में पेश होना पड़ेगा। आरोप गंभीर हैं और यदि उनके बयान को आपत्तिजनक और अभद्र पाया गया, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सकती है। इस घटना के बाद मामला केवल सोशल मीडिया विवाद नहीं रह गया है, बल्कि अब यह न्यायालय में चल रही कानूनी प्रक्रिया बन गया है। ऐसे में कथावाचक की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।