Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 12 Mar, 2020 06:35 PM
समाजवादी पार्टी(सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपराधियों को कड़े प्रवचन देने में ही अपने संवैधानिक कर्तव्य की इतिश्री समझ रहे हैं...
लखनऊः समाजवादी पार्टी(सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपराधियों को कड़े प्रवचन देने में ही अपने संवैधानिक कर्तव्य की इतिश्री समझ रहे हैं।
यादव ने गुरूवार को यहां जारी बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश में बढ़ती अव्यवस्था प्रदेश के मुख्यमंत्री को नहीं दिखाई देती है। वह अभी भी अपराधियों को कड़े प्रवचन देने में ही अपने संवैधानिक कर्तव्य की इतिश्री समझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश जल रहा है, प्रदेशवासी भयग्रस्त हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश पूरी तरह अराजकता का जंगल प्रदेश बन गया है। कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज दिखाई नहीं दे रही है। राज्य में दबंग और अपराधी बेखौफ हो गए है। महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और मासूम बच्चियों तक की दुष्कर्म के बाद निर्मम हत्याओं की वारदातें भाजपा सरकार को छोड़कर सभी को शर्मिंदा कर रही हैं।
यादव ने कहा कि केन्द्रीय गृहमंत्री ने दिल्ली के दंगों में उत्तर प्रदेश के लोगों का हाथ होने की बात कहकर बदनामी कर दी है। भाजपा राज्य को देश-विदेश तक में बदनाम कर रही है। उत्तर प्रदेश में भाजपा की डबल इंजन की ही सरकार है। उन्होंने कहा कि उन्नाव और चित्रकूट में नौ नौ साल की बच्चियां होली के पर्व की खुशियों में शामिल थी दरिंदों ने दुष्कर्म के बाद उनकी निर्ममता से हत्या कर दी। नौ साल की एक और बच्ची की मैनपुरी में दुष्कर्म के बाद गला दबाकर हत्या कर दी गई। आगरा के सदर में भी एक बच्ची के साथ बलात्कार की घटना घटी। कासंगज में चलती कार में एक महिला से सामूहिक दुष्कर्म हुआ।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार ने कुछ दिनों पहले पर्यटन पुलिस का भी राग छेड़ा था। मथुरा में विदेशी पर्यटकों के साथ होली पर्व पर अभद्रता हुई। न तो भाजपा सरकार का कहीं एंटी रोमियों स्क्वाड दिखता है और नहीं पुलिस तंत्र। पुलिस को अब दूर से ‘नमस्ते‘ करने की ट्रेनिंग दी जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था के हालात सुधरने की उम्मीद कैसे की जा सकती है जब इसे सम्भालने वाले पुलिस मुहकमें के ही जिम्मेदार लोगों को खाकी को शर्मसार करने में संकोच नहीं होता है। राजधानी के इन्दिरा नगर में एक दारोगा ड्यूटी छोड़कर एक डांसर से 21 बार ठुमके लगवाने का फर्ज अदा करते पाए गए। दारोगाओं के डांसरों के साथ मंच पर ठुमके लगाने और मनपसंद गाने बार-बार सुनने के भी कई मामले सामने आ चुके हैं। कुछ तो मंच से फायरिंग करने में नहीं चूकते हैं।