Edited By Mamta Yadav,Updated: 24 Jul, 2025 10:57 PM

उत्तर प्रदेश के हरदोई पहुंचे विकलांग एवं पिछड़ा वर्ग विभाग के स्वतंत्र प्रभार मंत्री नरेंद्र कश्यप ने सपा और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा और कहा कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने हमेशा तुष्टिकरण की राजनीति को बढ़ावा दिया। अखिलेश यादव का मस्जिद में...
Hardoi News, (मनोज तिवारी): उत्तर प्रदेश के हरदोई पहुंचे विकलांग एवं पिछड़ा वर्ग विभाग के स्वतंत्र प्रभार मंत्री नरेंद्र कश्यप ने सपा और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा और कहा कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने हमेशा तुष्टिकरण की राजनीति को बढ़ावा दिया। अखिलेश यादव का मस्जिद में बैठकर मीटिंग करना इसी बात का प्रमाण है कि वह अभी भी अपनी पुरानी प्रवृत्ति को नहीं छोड़ रहे हैं। देश और प्रदेश के लोगों ने ये मान लिया है कि अखिलेश यादव को उत्तर प्रदेश की सियासत में बढ़ावा देने का मतलब है कि फिर से प्रदेश में अशांति फैलाना और दंगों को बुलावा देना होगा। 2027 में फिर से उत्तर प्रदेश में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने जा रही है। अखिलेश की मस्जिद मीटिंग भी काम नहीं आएगी।

चुनाव आयोग पर सवाल खड़ा करना चुनाव की प्रक्रिया पर सवाल खड़ा करना है
बिहार चुनाव को लेकर मंत्री ने कहाकि चुनाव आयोग हमारे देश की स्वायत्त संस्था है भारत के लोकतंत्र में अनेकों चुनाव कराकर वैश्विक स्तर पर अपनी अहमियत को दर्शाया है लेकिन एंडी गठबंधन के लोगों को जब भी अपनी हार का अंदाजा होता है उनकी नियति बन गई है चुनाव आयोग पर सवाल खड़ा करना चुनाव की प्रक्रिया पर सवाल खड़ा करना है। यह विपक्षी गठबंधन लोगों में जो आजकल हलचल देखी जा रही है यह इस बात का प्रमाण है कि बिहार में भी एनडीए की फिर से प्रचंड बहुमत की सरकार बनने वाली है। राजद-कांग्रेस पार्टी जो भी उनके घटक दल हैं उनको आभास हो गया है कि जिस प्रकार से देश और उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान में और तमाम देश के प्रदेशों में जनता ने पहली पसंद के रूप में बीजेपी इंडिया को चुना है वैसे बिहार में भी भाजपा एनडीए गठबंधन पहली पसंद है इसलिए विपक्षियों की हताशा और निराशा है।
कांवड़ यात्रा से पहले देश दुनिया ने देखा कि एक मुस्लिम व्यक्ति हिंदू नाम से ढाबा चलाता है
कावंड़ यात्रा पर की गई टिप्पणी को लेकर उन्होंने कहाकि बहुत सारे लोग अभी भी ऐसे हैं जो सनातन धर्म के विस्तार और सम्मान से उनको पीड़ा होती है, कष्ट होता है नहीं होना चाहिए। 100 करोड़ से ज्यादा हिंदू रहते हैं 5 करोड़ से ज्यादा से भक्त कांवड़ लाते हैं उस कावड़ यात्रा में कुछ दूसरे धर्म के लोग नाम बदलकर न्यूसेंस पैदा करने की कोशिश करते हैं यह बातें उजागर हुई हैं। मुख्यमंत्री ने अभी तीन-चार दिन पहले मेरठ में शिव भक्तों पर पुष्प वर्षा करने के बाद इस बात का संकेत दिया था की कावड़ यात्रा के उपरांत ऐसे लोगों को चिन्हित किया जाएगा और उनके पोस्टर लगाकर दंडित किया जाएगा जिन लोगों ने कावड़ यात्रा में व्यवधान पैदा किया है। कांवड़ यात्रा से पहले देश दुनिया ने देखा कि एक मुस्लिम व्यक्ति हिंदू नाम से ढाबा चलाता है, एक मुस्लिम व्यक्ति हिंदू बनकर ढाबे पर काम करता है यह इस बात का संकेत है इशारा है कि बहुत सारे लोग हैं जिनका सनातनियों के धर्म और विचार पसंद नहीं है। वह तरह-तरह से विरोध के रास्ते निकालते हैं लेकिन मोदी-योगी की सरकार में सभी धर्म की सुरक्षा विषय है खासकर योगी सरकार ने सभी कांवड़ियों को आश्वस्त किया है कि किसी प्रकार से यात्रा को खंडित नहीं होने दिया जाएगा।
अखिलेश यादव को उत्तर प्रदेश की सियासत में बढ़ावा देने का मतलब अशांति पैदा करना
मस्जिद में मीटिंग को लेकर मंत्री ने कहाकि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने हमेशा देश में और प्रदेश में तुष्टिकरण की नीति को बढ़ावा दिया है। अखिलेश यादव का मस्जिद में बैठकर मीटिंग करना इस बात का संकेत है कि वह अभी भी अपनी पुरानी प्रवृत्ति को नहीं छोड़ रहे हैं। देश के लोग समझदार हैं प्रदेश के लोग समझदार हैं और उत्तर प्रदेश के लोगों ने मान लिया है ठान लिया है की अखिलेश यादव को उत्तर प्रदेश की सियासत में बढ़ावा देने का मतलब अशांति पैदा करना और इसलिए फिर से 2027 में भाजपा 2017 से भी प्रचंड बहुमत से सरकार बनाने में कामयाब होगी। अब मौलाना को भी इस बात का अंदाजा धीरे-धीरे हो जाएगा कि समाजवादी पार्टी सियासत के लिए किस हद तक जा सकती है। मस्जिदों में महिलाओं का जाना वर्जित है लेकिन वोट की खातिर समाजवादी पार्टी वाले कहां तक गिरेंगे इसका अंदाजा इस बात से हो रहा है।