Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 22 Apr, 2019 05:01 PM
समाजवादी पार्टी ने मिर्जापुर लोकसभा सीट से सोमवार को अपना प्रत्याशी बदल दिया और भाजपा सांसद राम चरित्र निषाद को उम्मीदवार बनाया। पार्टी ने यहां एक विज्ञप्ति में बताया कि राम चरित्र निषाद मिर्जापुर से राजेन्द्र एस बिन्द की जगह अब पार्टी के प्रत्याशी...
लखीमपुर खीरीः लोकसभा चुनाव का समय चल रहा है। ऐसे में पक्ष-विपक्ष में वार-पलटवार का सिलसिला भी तेज हो गया है। इसी कड़ी में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सीएम योगी के भैंस चराने वाले बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि अगर संविधान न होता तो बाबा मुख्यमंत्री मठ में क्या कर रहे होते? आप प्रसाद बांट रहे होते।
बाबा मुख्यमंत्री कहते हैं कि संविधान नहीं होता तो मैं भैंस चरा रहा होता। तो मैं पूछना चाहता हूं कि अगर संविधान न होता तो बाबा मुख्यमंत्री क्या कर रहे होते। वे मठ में प्रसाद बांट रहे होते। मेरे तो भैंस चराने वाले भी हैं और भेड़ बकरी चराने वाले भी हैं। मैं चुनाव आयोग से गुजारिश करूंगा की ऐसे लोगों के लिए स्पेशल कोर्ट बनाएं, वरना ये लोग ऐसे ही बोलते रहेंगे। अखिलेश यादव यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि बाबा मुख्यमंत्री को प्रचार करने से चुनाव आयोग को रोकना नहीं चाहिए। बाबा मुख्यमंत्री जितना प्रचार करेंगे उतना गठबंधन का फायदा होगा।
उल्लेखनीय है कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने इटावा में शुक्रवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए सपा-बसपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जो लोग कभी भीमराव आंबेडकर को गाली देते थे, मायावती उनके साथ आ गई हैं। यही मायावती कहती थीं कि अगर संविधान नहीं होता तो अखिलेश यादव किसी जमींदार के घर भैंस चरा रहा होता।