Edited By Nitika,Updated: 29 Sep, 2020 12:38 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘नमामि गंगे'' मिशन के तहत उत्तराखंड में आज वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए 6 बड़ी परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर पुराने तौर-तरीके अपनाए जाते, तो आज भी हालत उतनी ही बुरी रहती।
नई दिल्ली/देहरादूनः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘नमामि गंगे' मिशन के तहत उत्तराखंड में आज वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए 6 बड़ी परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर पुराने तौर-तरीके अपनाए जाते, तो आज भी हालत उतनी ही बुरी रहती। लेकिन हम नई सोच, नई अप्रोच के साथ आगे बढ़े।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि हमने नमामि गंगे मिशन को सिर्फ गंगा जी की साफ-सफाई तक ही सीमित नहीं रखा, बल्कि इसे देश का सबसे बड़ा और विस्तृत नदी संरक्षण कार्यक्रम बनाया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में उद्गम से लेकर पश्चिम बंगाल में गंगा सागर तक गंगा, देश की करीब-करीब आधी आबादी के जीवन को समृद्ध करती हैं। इसलिए गंगा की निर्मलता आवश्यक है, गंगा जी की अविरलता आवश्यक है।
वहीं पीएम मोदी ने कहा कि पिछले दशकों में, गंगा नदी को साफ करने के लिए बड़ी पहल की गई थी, लेकिन उन पहलों में न तो सार्वजनिक भागीदारी थी और न ही दूरदर्शिता। परिणामस्वरूप, गंगा नदी का पानी कभी साफ नहीं हुआ।