Edited By Nitika,Updated: 30 Nov, 2022 03:05 PM

उत्तराखंड के नगर निगम ऋषिकेश के कूड़ा डंपिंग ग्राउंड में पिछले कई दिनों से आग लगी हुई है। कूड़े में लगी आग से उठने वाले जहरीले धुएं के कारण आसपास के लोगों का सांस लेना भी मुश्किल हो गया है।
ऋषिकेशः उत्तराखंड के नगर निगम ऋषिकेश के कूड़ा डंपिंग ग्राउंड में पिछले कई दिनों से आग लगी हुई है। कूड़े में लगी आग से उठने वाले जहरीले धुएं के कारण आसपास के लोगों का सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। इससे ऋषिकेश की आबोहवा भी प्रदूषित हो रही है। हवा में घुले इस जहर का आसपास रहने वाले लोगों पर भी असर होने लगा है। लोग बीमार होने लगे है। इतना ही नहीं दमा, आंख और स्किन एलर्जी, प्रेग्नेंट महिला के गर्भ में पल रहे बच्चे के ग्रोथ को भी यह धुआं प्रभावित कर सकता है। बुजुर्ग और पहले से फेफड़ों के मरीज परेशानी भी बढ़ सकती है। लंबे समय तक प्रदूषित हवा में सांस लेने से जान को भी खतरा हो सकता है।

नवजात बच्चों को भी अपंग बना सकता है यह जहरीला धुआं
कूड़ा डंपिंग ग्राउंड में लगी आग की वजह से उसमें से निकलने वाला जहरीला धुंआ गर्भवती महिलाओं के लिए काफी खतरनाक सिद्ध हो सकता है। स्त्री रोग एवं प्रसूति विभाग की विशेषज्ञ डॉक्टर पूजा ने बताया कि धुएं की वजह गर्भवती महिलों के पेट में पल रहे बच्चे को काफी नुकसान पहुंच सकता है। यहां तक कि बच्चा अपंग पैदा हो सकता है। डॉक्टर ने बताया कि धुएं की वजह से बीमारी होने पर दवाएं भी अधिक खानी पड़ेंगी, जिसका असर महिला और बच्चे पर पड़ेगा।

प्रदूषण रोकने की बात करने वाला ‘प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड’ ने भी मूंदी आंखें
नगर के हरिद्वार रोड स्थित कूड़ा डंपिंग ग्राउंड में आग लगने की वजह से ऋषिकेश की हवा दूषित होती जा रही है। ऋषिकेश में लगातार प्रदूषण फैल रहा है। इतना सब कुछ होने के बावजूद भी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड आंखें बंद किए हुए बैठा है। पीसीबी की ओर से कोई भी कार्रवाई अमल में नहीं लाई जा रही है। वहीं जब इस बारे में नगर आयुक्त से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जांच बैठाई गई है। शनिवार सुबह तक सफाई निरीक्षकों को रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए गए थे। इसमें बाहरी व्यक्ति की संलिप्तता पाई जाती है, तो कोतवाल पुलिस को कार्रवाई के लिए शिकायत दी जाएगी। निगम से संबंधित मामला सामने आता है, तो संबंधित के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।
