Edited By Anil Kapoor,Updated: 23 Jul, 2025 10:03 AM

Lucknow News: उत्तर प्रदेश के कई शहरों में स्थित स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी भरे ईमेल मिले हैं। इस घटना से आगरा, कानपुर और मेरठ सहित कई जिलों में हड़कंप मच गया है। ईमेल में बेहद खतरनाक और डरावनी बातें लिखी गई हैं, जिनमें छात्रों को जान से मारने...
Lucknow News: उत्तर प्रदेश के कई शहरों में स्थित स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी भरे ईमेल मिले हैं। इस घटना से आगरा, कानपुर और मेरठ सहित कई जिलों में हड़कंप मच गया है। ईमेल में बेहद खतरनाक और डरावनी बातें लिखी गई हैं, जिनमें छात्रों को जान से मारने की धमकी तक दी गई है।
ईमेल में क्या लिखा था?
पुलिस को जो ईमेल मिला है, उसमें लिखा गया है कि हमने स्कूल की इमारत के अंदर कई बम छिपा दिए हैं। तुम सब मरोगे। तुम्हारे बच्चों को मरना होगा। स्कूल अब खून-खराबे की जगह बनेगा। यह मैसेज सिर्फ तुम्हारे लिए नहीं, पूरे भारत के स्कूलों के लिए है। इस बार भारत को हमारी पीड़ा समझनी होगी। ईमेल के अंत में इस 'आतंकी हमले' के लिए 'Radical' और 'Silence' नामक संगठनों को जिम्मेदार बताया गया है।
क्या हुआ ईमेल मिलने के बाद?
जैसे ही यह ईमेल स्कूल प्रशासन को मिला, उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचित किया। बम निरोधक दस्ता, फायर ब्रिगेड, और स्थानीय पुलिस की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं। स्कूल भवन की गहन तलाशी ली गई। अभी तक किसी भी स्कूल में कोई बम या विस्फोटक नहीं मिला, जो राहत की बात है।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
सभी प्रभावित जिलों में स्कूलों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कूल प्रशासन को एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं। मामले की जांच साइबर सेल और सुरक्षा एजेंसियों को सौंप दी गई है, जो यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि यह ईमेल कहां से भेजा गया और इसके पीछे कौन लोग हैं।
दिल्ली में भी मिल चुकी हैं धमकियां
यह पहली बार नहीं है जब स्कूलों को धमकी मिली हो। कुछ हफ्ते पहले दिल्ली के कई स्कूलों को भी ऐसे ही धमकी भरे ईमेल मिले थे, जिनमें बम विस्फोट की बात कही गई थी। हालांकि तब भी कोई विस्फोटक नहीं मिला था, लेकिन ऐसे मामलों से अभिभावकों और बच्चों में डर बना रहता है।
बच्चों की सुरक्षा सबसे ऊपर
सरकार और प्रशासन ने साफ कर दिया है कि बच्चों की सुरक्षा में कोई कमी नहीं रखी जाएगी। हर ईमेल की पूरी गंभीरता से जांच की जा रही है। इसके पीछे आतंकी मानसिकता वाले लोगों की साजिश हो सकती है, जिसे जड़ से पकड़ने के लिए साइबर इन्वेस्टिगेशन शुरू हो चुका है।