Edited By Pooja Gill,Updated: 10 Jul, 2024 03:51 PM
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार यात्रियों को आधुनिक एवं सुविधाजनक यात्रा का लाभ देने के लिए बस स्टेशनों का मेकओवर करने जा रही है। इसके तहत पहले चरण में 23 बस स्टेशनों को पीपीपी मॉडल पर बनाए जाने की तैयारी है...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार यात्रियों को आधुनिक एवं सुविधाजनक यात्रा का लाभ देने के लिए बस स्टेशनों का मेकओवर करने जा रही है। इसके तहत पहले चरण में 23 बस स्टेशनों को पीपीपी मॉडल पर बनाए जाने की तैयारी है। इनमें से 11 को लेटर ऑफ इंटेंट जारी हो चुका है, जबकि शेष 12 बस स्टेशनों के लिए अब तक उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन विभाग को 26 बिड प्राप्त हुई हैं। 10 जुलाई को तकनीकी जांच के लिए प्रमुख सचिव की अध्यक्षता मे पीपीबीइसी के समक्ष इन बिड्स को तकनीकी मूल्यांकन के लिए रखा जाएगा। इसके बाद आगे की कार्यवाही को संपन्न किया जाएगा।
लोगों को एयरपोर्ट जैसी सुविधा वाला मिलेगा बस स्टेशन
परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने बताया कि पीपीपी मॉडल पर बस स्टेशनों को निर्मित कराए जाने की प्रथम चरण की कार्रवाई में 23 बस स्टेशनों को चिन्हित किया गया है। उन्होंने बताया कि अब तक 11 बस स्टेशनों के लिए लेटर ऑफ इंटेंट जारी किए जा चुके है। परिवहन मंत्री ने बताया कि प्रदेश के लोगों को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस एयरपोर्ट जैसी सुविधा वाला बस स्टेशन मिलेगा। इन अत्याधुनिक बस स्टेशनों पर शॉपिंग मॉल, पार्किंग, वातानुकूलित प्रतीक्षालय, सेंसर युक्त शौचालय जैसी पैसेंजर फ्रेंडली सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।
इन बस स्टेशनों की बिड का होगा तकनीकी मूल्यांकन
परिवहन राज्यमंत्री ने बताया कि परिवहन निगम यात्रियों को गुड फीलिंग के साथ उनके सुखद, आरामदायक यात्रा के लिए निरंतर प्रयासरत है। जिन बस स्टेशनों की बिड का तकनीकी मूल्यांकन होना है, उसमें आगरा ईदगाह, आगरा ट्रांसपोर्ट नगर, बरेली, बुलंदशहर, गढ़ मुक्तेश्वर, गोरखपुर, कानपुर सेंट्रल, मथुरा ओल्ड, मीरजापुर, रसूलाबाद, साहिबाबाद और वाराणसी कैंट शामिल हैं।
यह भी पढ़ेंः Bahraich में डिजिटल हाजिरी का विरोध जारी, शिक्षक संघ ने जिला मुख्यालय पर किया प्रदर्शन; प्रशासन को सौंपा ज्ञापन
उत्तर प्रदेश के शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सभी जिलों के प्राइमरी व जूनियर विद्यालयों के शिक्षकों को ऑन लाइन स्कूल में अटेंडेंस लगाने का नियम लागू कर दिया है। उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग के इस फरमान को सुनते ही प्रदेश के शिक्षकों में हड़कंप मच गया।