Edited By Mamta Yadav,Updated: 25 Sep, 2022 04:27 PM

अमर शहीद भगत सिंह के भतीजे सरदार किरणजीत सिंह संधू ने चंडीगढ़ स्थित अंतरराज्यीय हवाई अड्डे का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर किये जाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा है कि वर्षों पुरानी यह मांग पूरी होने से पूरे देश और...
सहारनपुर: अमर शहीद भगत सिंह के भतीजे सरदार किरणजीत सिंह संधू ने चंडीगढ़ स्थित अंतरराज्यीय हवाई अड्डे का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर किये जाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा है कि वर्षों पुरानी यह मांग पूरी होने से पूरे देश और खासकर पंजाब में युवा वर्ग बेहद खुश और उत्साहित होगा।
भगत सिंह को अंग्रेज हुकूमत ने 23 मार्च 1931 को फांसी दे दी थी
सहारनपुर में रह रहे भगत सिंह के भतीजे ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात' कार्यक्रम में आज आल इंडिया रेडियो पर यह घोषणा की। उन्होंने बताया कि 28 सितंबर को भगत सिंह जयंती मनायी जाती है। शहीद भगत सिंह का जन्म पंजाब के जिला नव शहर में खटकडकला गांव में सरदार किशन सिंह संधू और माता विद्यावती कौर के घर में हुआ था। नव शहर का नाम अब ‘शहीद भगत सिंह नगर' हो गया है। शहीदे आजम से नवाजे गये भगत सिंह को अंग्रेज हुकूमत ने 23 मार्च 1931 को फांसी दे दी थी।
8 साल के इंतजार के बाद PM मोदी ने की घोषणा
सरदार किरणजीत सिंह संधू ने कहा कि वर्ष 2007 में सरदार भगत सिंह की जन्म शताब्दी मनाई गई थी, तब चंडीगढ़ हवाई अड्डे का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर किये जाने की मांग उठी थी। पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और हरियाणा के उस समय के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने विधान सभाओं से इस आश्य के प्रस्ताव पारित कराकर केंद्र सरकार को भेजे थे। तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सरकार ने इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया। बाद में प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी की सरकार ने आठ साल के इंतजार के बाद इसकी घोषणा की है। उन्होंने कहा, ‘‘अंत भला सो सब भला।''