Edited By Deepika Rajput,Updated: 28 Aug, 2019 03:28 PM
आपराधिक तत्वों के साथ सख्ती से निपटने वाली पुलिस मददगार के तौर पर भी अपनी छवि को निखारने में लगी है। इसका ताजा उदाहरण इटावा में देखने को मिला है। यहां बाढ़ में घिरी एक बीमार महिला को पुलिसकर्मियों ने अपने कंधों पर उठाकर 3 किलोमीटर का फासला तय किया...
इटावाः आपराधिक तत्वों के साथ सख्ती से निपटने वाली पुलिस मददगार के तौर पर भी अपनी छवि को निखारने में लगी है। इसका ताजा उदाहरण इटावा में देखने को मिला है। यहां बाढ़ में घिरी एक बीमार महिला को पुलिसकर्मियों ने अपने कंधों पर उठाकर 3 किलोमीटर का फासला तय किया और उसे एंबुलेंस तक पहुंचाया।
दरअसल, जिले में चंबल नदी के तट पर बसे कायंछी गांव में 75 साल की बुजुर्ग महिला रूपरानी भदौरिया गंभीर रूप से बीमार हो गई। उसको लेने के लिए एंबुलेंस तो आई, लेकिन गांव तक नहीं पहुंच सकी। इस बात की जानकारी भरेह थाना प्रभारी सतीश राठौर को हुई तो वह खुद पुलिस बल के साथ कांयछी गांव पहुंचे और उस महिला को चारपाई पर रखकर 3 किलोमीटर दूर पैदल सफर करके एंबुलेंस तक पहुंचे। उसके बाद बुजुर्ग को स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के लिए भर्ती कराया गया।
रूपरानी को एंबुलेंस से लेकर उनके बेटे फतेहसिंह, धन्नू, हरी और मन्नू राजपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां पर डाक्टरों ने उनका उपचार किया। पुलिस की इस दिली मदद के बाद महिला को उपचार मिला। इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने बताया कि पुलिस का यह कार्य ना केवल सराहनीय है बल्कि पुलिस की मददगारी छवि को उजागर करता है। इसलिए निर्णय लिया गया है कि भरेह थाना प्रभारी समेत सभी संबंधित पुलिसकर्मियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।