Edited By Ajay kumar,Updated: 26 Jul, 2019 04:36 PM
बदायूं जिले के जरीफनगर थाना क्षेत्र के गांव रसूलपुर कलां में एक साथ 25 दलित परिवारों द्वारा धर्म परिवर्तन की बात सामने आने के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है।
बदायूं: बदायूं जिले के जरीफनगर थाना क्षेत्र के गांव रसूलपुर कलां में एक साथ 25 दलित परिवारों द्वारा धर्म परिवर्तन की बात सामने आने के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है। सूचना मिलते ही एसडीएम सहसवान संजय कुमार सिंह व सीओ रामकरन सरोज एवं प्रभारी निरीक्षक जरीफनगर पंकज लवानिया मौके पर पहुंच गए। एसडीएम व सीओ के समझाने पर दलित परिवारों ने धर्म परिवर्तन करने का मन बदल लिया और अब वह धर्म परिवर्तन न करने की बात पर सहमत नजर आए।
दलित परिवारों का आरोप था कि गांव के सवर्ण जाति व यादव समाज के लोग उनके साथ छुआछूत मानते हैं वहीं जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हैं। इतना ही नहीं ये लोग किसी कार्यक्रम में खाना भी नहीं खाते हैं। इन लोगों के इस वर्ताव से दुखी होकर जाटव समाज के सभी लोगों ने धर्म परिवर्तन का फैसला लिया है।
हिंदू होने के बावजूद नहीं की जाती इज्जत: सुधीर कुमार एडवोकेट
धर्म परिवर्तन करने जा रहे सुधीर कुमार एडवोकेट ने बताया कि गांव के उच्च लोगों द्वारा जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल किया जाता है। हिंदू होने के बावजूद हम लोगों की इज्जत नहीं की जाती। इसी से दुखी होकर जाटव समाज के सभी लोगों ने धर्म परिवर्तन का मन बनाया था। मामले की जानकारी हुई तो पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा है। प्रशासन के सामने गांव के सम्मानित लोगों के साथ समझौता हुआ है कि किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा और न ही जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल किया जाएगा। इस आधार पर समझौता हुआ है। अब कोई परेशानी नहीं है। लोगों ने धर्म परिवर्तन करने से इनकार कर दिया है।