Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 31 Mar, 2023 10:52 AM
पूर्वी उत्तर प्रदेश के भदोही समेत आसपास के इलाकों में बेमौसम बारिश ने किसानों की नींद उड़ा दी है। गुरूवार शाम से मौसम के बदले मिजाज से सैकड़ों एकड़ में पकी खड़ी गेहूं, चना, मटर और सरसों की फसल के खराब होने ...
भदोही: पूर्वी उत्तर प्रदेश के भदोही समेत आसपास के इलाकों में बेमौसम बारिश ने किसानों की नींद उड़ा दी है। गुरूवार शाम से मौसम के बदले मिजाज से सैकड़ों एकड़ में पकी खड़ी गेहूं, चना, मटर और सरसों की फसल के खराब होने की आशंका है। किसानों का दर्द है कि पिछले लगभग एक पखवारे से मौसम का मिजाज काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा। शुरुआती दौर में हल्की फुल्की बारिश से ऐसा महसूस हो रहा था जैसे आसमान से सोना बरस रहा हो, लेकिन वही बारिश अब अभिशप्त साबित हो रही है।
कृषि उपनिदेशक डॉ अरविंद सिंह ने बताया कि अगर मौसम इसी तरह बना रहा तो किसानों को भारी नुकसान की आशंका है। चना, मटर व सरसों की फसल कटकर खलियान में पड़ी है, धूप न निकलने से उसकी मड़ाई नहीं हो पा रही है। मौसम इसी तरह रहा तो फसल खलिहान में पड़े पड़े सड़ जाएगी जबकि गेहूं की फसल अभी पूरी तरह खेत में खड़ी है।
पूर्वांचल के जनपदों में गेहूं का उत्पादन लक्ष्य औसतन 36 कुंटल प्रति हेक्टर है जबकि चना 12 कुंतल व सरसों का लक्ष्य 15 से 16 कुंतल प्रति हेक्टेयर निर्धारित है। बारिश से इन फसलों को व्यापक नुकसान होने की आशंका है।