Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 04 Oct, 2019 03:22 PM
सपने में भगवान द्वारा की गई भविष्यवाणी एक बार फिर सच साबित हुई है। मामला मैनपुरी के करहल कस्वा का है। यहां राजघराने परिवार से जुड़े अवधेश दुबे को स्वप्न में भगवान महावीर स्वामी ने घर के आंगन में जमीन में दबे होने की बात कहकर प्रतिमा को बाहर निकलवाने...
मैनपुरीः सपने में भगवान द्वारा की गई भविष्यवाणी एक बार फिर सच साबित हुई है। मामला मैनपुरी के करहल कस्वा का है। यहां राजघराने परिवार से जुड़े अवधेश दुबे को स्वप्न में भगवान महावीर स्वामी ने घर के आंगन में जमीन में दबे होने की बात कहकर प्रतिमा को बाहर निकलवाने का आदेश दिया था।
यह बात अवधेश दुबे ने जैन समुदाय के लोगों को बताई तो उन्होंने प्रतिमा निकालने के लिए जैन सन्यासियों से संपर्क करने के बाद खुदाई की तैयारियां की, लेकिन प्रशासन को भनक लग जाने के कारण अधिकारियों ने इस कार्य को रुकवा दिया था। आखिरकार प्रतिमा निकालने का पुन स्वप्न आने के बाद जैन समाज के लोगों ने विद्वानों से परामर्श लेकर गुप्त रणनीति बनाई।
तय समय पर जबलपुर से पधारे विद्वान अशोक कुमार जैन शास्त्री की अगुवाई में शुक्रवार को पूजा अर्चना के बाद अलख सुबह 4:00 बजे खुदाई कार्य शुरू किया गया। लगभग 8 फुट गहरा गड्ढा खोदे जाने के बाद जैसे ही भगवान की पाषाण प्रतिमा नजर आई, वहा खुदाई कार्य कर रहे लोगों की खुशी का ठिकाना न रहा। जय जयकारों के साथ दुग्ध अभिषेक कर भगवान की प्रतिमा को जमीन के गड्ढे से बाहर निकाला गया।
प्रतिमा की पुष्टि भगवान महावीर की मूर्ति हुई तो पूरे जैन समाज में उल्लास छा गया। बड़ी संख्या में लोग एकत्र होकर प्रतिमा दर्शन के लिए पहुंचे। जैन समाज के नव युवकों ने प्रतिमा को सिर पर रख हर्ष उल्लास के साथ जैन भवन नसिया जी पहुंचे। जहां उन्होंने भगवान महावीर की प्रतिमा को चौकी पर विराजमान कराया गया। बहराहल गुपचुप तरीके से की गई खुदाई की भनक आखिरकार प्रशासन को भी नहीं लग पाई। स्वप्न के आधार पर की गई खुदाई को लेकर पूरे नगर में चर्चा का विषय विषय बना हुआ है लोग इसे चमत्कार की संज्ञा दे रहे हैं।