Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 04 Apr, 2022 01:33 PM
उत्तर प्रदेश में 12वीं की परीक्षा में अंग्रेजी के पेपर लीक होने का मामला सोमवार को लोकसभा में उठा और ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने तथा इस तरह के जघन्य अपराध में शामिल आरोपियों के खिलाफ तत्काल कारर्वाई करने की मांग की गई...
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में 12वीं की परीक्षा में अंग्रेजी के पेपर लीक होने का मामला सोमवार को लोकसभा में उठा और ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने तथा इस तरह के जघन्य अपराध में शामिल आरोपियों के खिलाफ तत्काल कारर्वाई करने की मांग की गई। बहुजन समाज पार्टी (BSP) के दानिश अली ने शून्यकाल में यह मामला उठाया और कहा कि इस तरह की घटनाओं से उत्तर प्रदेश के छात्रों में बहुत निराशा पैदा हो रही है। प्रदेश में छात्रों और प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने वाले युवाओं के समक्ष बारबार पेपर लीक की घटनाएं होने से संकट पैदा हो गया है और युवा बहुत निराश है, लेकिन राज्य सरकार इस मुद्दे पर चुप्पी साधे है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में पिछले 5 साल के दौरान विभिन्न परीक्षाओं के 18 पेपर लीक हुए हैं, लेकिन राज्य सरकार की तरफ से इस संबंध में कोई कारर्वाई नहीं की गई है। पेपर लीक माफिया लगातार पेपर लीक करा रहे हैं और लोगों में को लूट रहे हैं, लेकिन सरकार इन माफियाओं के खिलाफ कोई कारर्वाई करने से कतरा रही है जिसके कारण लगातार पेपर लीक हो रहे हैं।
बसपा नेता ने कहा कि पेपर लीक करवाने वाले माफियाओं को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है और यही कारण है कि उनके खिलाफ कोई कारर्वाई नहीं हो रही है। उन्होंने सरकार से इस संबंध में जांच करने और माफियाओं के खिलाफ सख्त कारर्वाई करने की मांग की है।