हिन्दू युवा वाहिनी के जिलाध्यक्ष ने दिया विवादित बयान, कहा- जिन हाथों ने पवित्र ग्रंथ फाड़ा, उन्हें काट देना चाहिए

Edited By Ramkesh,Updated: 31 Jan, 2023 04:58 PM

the hands that tore the holy book should be cut off

रामचरित मानस विवाद को लेकर उत्तर प्रदेश की राजनीति में सियासी बवाल मचा हुआ है तो वहीं हिन्दू संगठन भी इसे लेकर भारी विरोध कर रहा है। इसी क्रम में गाजियाबाद जिले में हिन्दू युवा वाहिनी के जिलाध्यक्ष आशीष त्यागी के नेत्रुत्च में  कार्यकातओं में विरोध...

गाजियाबाद: रामचरित मानस विवाद को लेकर उत्तर प्रदेश की राजनीति में सियासी बवाल मचा हुआ है तो वहीं हिन्दू संगठन भी इसे लेकर भारी विरोध कर रहा है। इसी क्रम में गाजियाबाद जिले में हिन्दू युवा वाहिनी के जिलाध्यक्ष आशीष त्यागी के नेत्रुत्च में  कार्यकातओं में विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान  हिन्दू युवा वाहिनी के जिला अध्यक्ष आशीष त्यागी काकड़ा ने विवादित बयान दिया।

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स्वामी प्रसाद मौर्य को बताया नमाजवादी नेता 
उन्होंने कहा कि 'हमारे हिन्दू धर्म में जन्मा आस्तीन का सांप नमाजवादी पार्टी का नेता स्वामी प्रसाद मौर्य और उसके साथियों द्वारा हमारे पवित्र ग्रंथ रामचरित मानस की प्रतियां फाड़कर जलाने का जो कृत्य किया है, हमें आशंका है कि स्वामी प्रसाद मौर्य हिन्दू तो हो ही नहीं सकता। जिन हाथों ने हमारे पवित्र ग्रंथ को फाड़ देने का काम किया, उन्हें काट देना चाहिए। सभी से अपील है कि स्वामी प्रसाद मौर्य जैसे आस्तीन के सांप जहां मिलें, इन्हें वहीं कुचल देना चाहिए। वहीं  हिन्दू रक्षा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष भूपेंद्र हिन्दू उर्फ पिंकी भैया ने विवादित बयान देते हुए कहा कि  स्वामी प्रसाद मौर्य को जूते मारेगा, उसको हिन्दू रक्षा दल 1 लाख 51 हजार रुपए इनाम देगा। क्योंकि सनातन के विरोध में हम एक भी शब्द नहीं सुन सकते।

रामचरित मानस के कुछ छंदों पर प्रतिबंध लगाने की मांग 
बता दें कि कि मौर्य ने रामचरितमानस को लेकर टिप्पणी की थी । राजू दास ने कहा कि अखिल भारतीय ओबीसी महासभा द्वारा रविवार को लखनऊ में जिस तरह से रामचरितमानस की प्रतियां जलाई गईं, यह स्वामी प्रसाद मौर्य का काम है। उत्तर प्रदेश के एक प्रमुख ओबीसी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने हाल ही में यह आरोप लगाया था कि रामचरित मानस के कुछ छंदों ने जाति के आधार पर समाज के एक बड़े वर्ग का "अपमान" किया और मांग की कि इन पर "प्रतिबंध" लगाया जाए।

लखनऊ में रामचरितमानस के 'पन्ने' की प्रतियां जलायी गई 
मौर्य प्रदेश की पिछली भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री थे मगर 2022 के विधानसभा चुनाव से ऐन पहले सपा में शामिल हो गए थे। उन्होंने कुशीनगर जिले की फाजिलनगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए थे। बाद में सपा ने उन्हें विधान परिषद में भेज दिया था। सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में अखिल भारतीय ओबीसी महासभा के कार्यकर्ताओं ने रविवार को कथित तौर पर 'महिलाओं और दलितों पर आपत्तिजनक टिप्पणियों' के उल्लेख वाले रामचरितमानस के 'पन्ने' की प्रतियां जलायी थीं।

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