Edited By Imran,Updated: 29 Aug, 2024 01:00 PM
शहर के अतरसुइया इलाके के एक मदरसे में नकली नोट छापने की फैक्टरी का भंडाफोड़ हुआ हुआ है। यह खेल मौलवी की देखरेख में चल रहा था। पुलिस ने मौलवी समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर डेढ़ लाख रुपये नकली नोट बरामद किया है।
प्रयागराज: शहर के अतरसुइया इलाके के एक मदरसे में नकली नोट छापने की फैक्टरी का भंडाफोड़ हुआ हुआ है। यह खेल मौलवी की देखरेख में चल रहा था। पुलिस ने मौलवी समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर डेढ़ लाख रुपये नकली नोट बरामद किया है। बुधवार को आरोपियों को पुलिस ने मीडिया के सामने पेश किया। बताया जा रहा है कि यह धंधा काफी दिनों से चल रहा था। यहां से नकली नोट छापकर कई स्थानों पर सप्लाई की जा रही थी।
अतरसुइया इलाके में स्थित मदरसा जामिया हबीबिया मस्जिद ए आजम में नकनी नोट छापने की फैक्टरी चल रही थी। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने छापा मारा तो खलबली मच गई। पुलिस ने मौके से डेढ़ लाख रुपये नकली नोट बरामद करते हुए मौलवी मोहम्मद तफ्सीरुल समेत उसके गिरोह के सदस्य मोहम्मद अफजल, मोहम्मद शाहिद और आफरीन को गिरफ्तार कर लिया। मौलवी तफ्सीरुल मूल रूप से उड़ीसा का रहने वाला है। गिरोह का सरगना जहीर खान भी उड़ीसा में मौलवी के ही गांव का रहने वाला है।
नकली नोट से चल रही थी आजीविका
मौलाना के साथ पकड़े गए सभी आरोपियों की जीविका नकली नोट से ही चल रही थी। पूछताछ में पता चला है कि नकली नोट के बदले मिलने वाली असली नोट को वह अपने परिवार के सदस्यों को देते थे और खुद भी खर्च करते थे। कई बार नकली नोट का इस्तेमाल करके घरेलू और दूसरी जरूरत का सामान लेते थे। सभी लोग योजनाबद्ध तरीके से यह काम कर रहे थे और करीबियों को इसके बारे में नहीं बताते थे। इस गैंग में शामिल अन्य लोगों के बारे में भी पुलिस व एसओजी टीम पता लगा रही है।