Edited By Imran,Updated: 21 Jan, 2025 02:15 PM
महाकुंभनगर में दरोगा और कथावाचक के बीच मारपीट का मामला सामने आया है। दरअसल, यहां पर घटना के बाद से दोनों एक दूसरे पर अलग-अलग आरोप लगा रहे हैं। कथावाचक की पत्नी का कहना है कि दरोगा ने मेरे पति को पीटा है और चोटी उखाड़ने की धमकी भी दी है। वहीं दरोगा...
प्रयागराज: महाकुंभनगर में दरोगा और कथावाचक के बीच मारपीट का मामला सामने आया है। दरअसल, यहां पर घटना के बाद से दोनों एक दूसरे पर अलग-अलग आरोप लगा रहे हैं। कथावाचक की पत्नी का कहना है कि दरोगा ने मेरे पति को पीटा है और चोटी उखाड़ने की धमकी भी दी है। वहीं दरोगा ने आरोपों को बेबुनियाद बताया। कहा- कथावाचक ने बीच सड़क पर कार खड़ी कर दी थी। हटाने को कहा तो बदसलूकी की। कॉलर पकड़कर पीटा। धमकी दी कि तेरी वर्दी उतरवा दूंगा, दो मिनट में नौकरी खा जाऊंगा।
आपको बता दें कि पूरा मामला सुलेमसराय के शेरवानी मोड़ का है। मिली जानकारी के अनुसार, कथावाचक कालिका प्रसाद धूमनगंज कोतवाली के सैनिक कॉलोनी में रहते हैं। उनकी पत्नी संगीता पांडेय ने बताया- पति अपने दोस्तों के साथ महाकुंभ गए थे। सोमवार शाम महाकुंभ से लौट रहे थे। सुलेमसराय के शेरवानी मोड़ पर पुलिसवाले सड़क पर खड़े थे। पति ने हॉर्न दिया। लेकिन पुलिसवाले नहीं हटे। इसके बाद कांच खोलकर पति ने उन्हें हटने को कहा। इस पर दरोगा शैलेन्द्र यादव और पुलिसकर्मी भड़क गए। महाकुंभ का पास फाड़ दिया। उन्हें पकड़कर पीटा। कपड़े फाड़ दिए। फिर पति को कहीं ले गए।
कथावाचक को पुलिस ने पकड़ा, दो साथी फरार
वहीं धूमनगंज के इंस्पेक्टर अमर नाथ का कहना है कि कथावाचक की पत्नी सरासर गलत इल्जाम लगा रही हैं। कथावाचक ने ही दरोगा से मारपीट की। उसने बीच सड़क पर गाड़ी कर खड़ी कर दी थी। दरोगा ने हटाने को कहा तो मारपीट करने लगा। फिलहाल, कथावाचक पकड़ लिया गया है। उसके दो साथी फरार हैं। जल्द ही उन्हें भी पकड़ा है।