Edited By Ramkesh,Updated: 11 Nov, 2024 09:01 AM
उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) और मुंबई पुलिस अपराध शाखा की संयुक्त टीम ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में वांछित शूटर शिवकुमार और चार अन्य को बहराइच जिले के...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) और मुंबई पुलिस अपराध शाखा की संयुक्त टीम ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में वांछित शूटर शिवकुमार और चार अन्य को बहराइच जिले के नानपारा से गिरफ्तार कर लिया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। बाबा सिद्दीकी (66) को मुंबई में बांद्रा इलाके के खेर नगर में उनके बेटे एवं विधायक जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर 12 अक्टूबर की रात को तीन लोगों ने गोली मार दी थी।
शूटर शिवकुमार को एसटीएफ ने बहराइच से दबोचा
उन्हें लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस बीच, मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि उन्होंने सिद्दीकी की हत्या के मामले में उत्तर प्रदेश से शूटर और दो अन्य को गिरफ्तार कर लिया है तथा तीनों को मुंबई लाया जा रहा है। उप्र पुलिस के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था व एसटीएफ) अमिताभ यश ने रविवार को पत्रकारों को बताया कि बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में शूटर शिवकुमार को एसटीएफ उत्तर प्रदेश व मुंबई अपराध शाखा की संयुक्त कार्यवाही में आज बहराइच जिले के नानपारा से गिरफ्तार किया गया है। यश ने बताया कि अभियुक्त शिवकुमार नेपाल भागने की फिराक में था।
लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का है मुख्य शूट
एडीजी ने बताया कि मुंबई के चर्चित बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के मुख्य शूटर शिवकुमार उर्फ शिवा को उसके चार अन्य साथियों के साथ जनपद बहराइच से गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। एडीजी यश ने बताया कि शिवकुमार को शरण देने व नेपाल भागने में मदद करने के आरोप में अनुराग कश्यप, ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी, आकाश श्रीवास्तव व अखिलेंद्र प्रताप सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार सभी आरोपी बहराइच जिले के कैसरगंज थाना क्षेत्र के गंडारा गांव के निवासी हैं।
शिवा कुछ साल पहले मजदूरी करने के लिए गया था महाराष्ट्र
एडीजी ने बताया कि बाबा सिद्दीकी हत्याकांड का अभियोग थाना निर्मल नगर, ठाणे, मुम्बई में पंजीकृत हुआ था एवं दो शूटर धर्मराज कश्यप (बहराइच) व गुरमेल सिंह को घटना के फौरन बाद गिरफ्तार कर लिया गया था और शूटर शिवकुमार फरार हो गया था। कैसरगंज के पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) अनिल कुमार सिंह ने बताया था कि शिवकुमार उर्फ शिवा कुछ साल पहले मजदूरी करने महाराष्ट्र गया था और इस साल अप्रैल में उसने अपने पड़ोसी धर्मराज को भी साथ में काम करने के लिए बुला लिया था। शिवा के पिता बालकृष्ण यहां दिहाड़ी पर राजमिस्त्री का काम करते हैं।
हत्या के बाद दस लाख देने की हुई थी
एसटीएफ ने इस बीच एक बयान जारी कर दावा किया गिरफ्तार अभियुक्त शिवकुमार ने पूछताछ में बताया कि ‘‘मैं व धर्मराज कश्यप एक ही गांव के रहने वाले हैं। पूना में मैं कबाड़ का काम करता था। मेरी व शुभम लोनकर की कबाड़ की दुकान अगल-बगल थी।'' उसने कहा, ‘‘शुभम लोनकर लॉरेंस विश्नोई के लिए काम करता है। उसने मेरी बात लॉरेंस के भाई अनमोल बिश्नोई से कई बार स्नैप चैट से कराई थी।'' शिवकुमार ने कहा, ‘‘मुझे बताया गया था कि बाबा सिद्दीकी की हत्या के बदले में मुझे यह बताया गया था कि हत्या के बाद दस लाख रुपये तुम्हें मिलेंगे तथा हर महीने तुम्हें कुछ न कुछ मिलता ही रहेगा।''
मोहम्मद यासीन अख्तर मुहैया कराया था हथियार
बयान के अनुसार, ‘‘शिवा ने यह भी कहा कि हत्या के लिए शस्त्र व कारतूस, सिम व मोबाइल फोन शुभम लोनकर व मोहम्मद यासीन अख्तर ने हम लोगों को दिया था। हत्या के उपरान्त आपस में बात करने के लिए तीनों शूटरों को नये सिम व मोबाइल फोन दिये गये थे।'' शिवा ने एसटीएफ को यह भी बताया, ‘‘हम लोग मुम्बई में बाबा सिद्दीकी की कई दिन से रैकी कर रहे थे और 12 अक्टूबर की रात को सही समय मिलने पर हम लोगों ने बाबा सिद्दीकी की हत्या कर दी।''
हत्या कांड के बाद मुंबई से पूना चला गया था आरोपी
उसने पूछताछ में कहा, ‘‘उस दिन त्योहार होने के कारण पुलिस व भीड़-भाड़ भी थी, जिसके कारण दो लोग मौके पर पकड़ लिये गये थे और मैं फरार हो गया था। मैंने फोन रास्ते में फेंक दिया था और मुंबई से पूना चला गया था। पूना से झांसी व लखनऊ के रास्ते बहराइच पहुंचा था। बीच-बीच में मैं अपने साथियों व हैंडलर्स से किसी का भी फोन मांग कर बात करता रहा।'' एडीजी यश ने बताया कि इस चर्चित हत्याकांड में मुंबई पुलिस द्वारा गत 23 अक्टूबर को अपने पत्र के माध्यम से मुख्य शूटर शिवकुमार सहित अन्य फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु एसटीएफ, उत्तर प्रदेश से सहयोग हेतु अनुरोध किया गया था।