Edited By ,Updated: 28 Mar, 2017 02:59 PM
सत्ता परिवर्तन के बाद नई सरकार बनते ही पुलिसिया करवाई तेज होती नजर आ रहा है। ताजा मामला गोरखपुर के प्रोपर्टी डीलर और सपा नेता से जुड़ा है.....
गोरखपुरः सत्ता परिवर्तन के बाद नई सरकार बनते ही पुलिसिया करवाई तेज होती नजर आ रहा है। ताजा मामला गोरखपुर के प्रोपर्टी डीलर और सपा नेता से जुड़ा है जोकि पिछले लगभग 6 महीने से लापता था। जहां पुलिस इस मामले में यह कयास लगा रही थी कि इसका अपहरण हो गया है। वहीं आरोपियों की निशानदेही पर जेसीबी से खेत की खुदाई के दौरान उसका कंकाल मिला है।
आरोपियों की निशानदेही पर कंकाल बरामद
बता दें कि सपा नेता व प्रॉपर्टी डीलर संजय यादव का अपहरण करने के बाद उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बीती रात क्राइम ब्रांच ने शक के आधार बेलीपार के चेरिया गांव निवासी लाल बहादुर के भाई विजय बहादुर और दान बहादुर यादव को हिरासत में लिया। पूछताछ के बाद दोनों ने संजय की हत्या कबूल कर ली। दान बहादुर की निशानदेही पर पुलिस ने चेरिया गांव के पश्चिम स्थित पंचायत भवन के बगल में खेत अपने खेत से लाश बरामद की। पुलिस ने जेसीबी से खेत की खुदाई कराई। संजय के भाई दीपक और चाचा तथा गांव के अन्य लोग मौके पर पहुंच गए। जहां दीपक ने संजय के हाथ की घड़ी, कपड़े और जूते से उसकी पहचान की।
पुलिस करवाएगी डीएनए और फोरेंसिक जांच
हालांकि पुलिस सूत्रों के मुताबिक विजय यादव, दान बहादुर यादव व अन्य ने मिलकर पंचायत भवन में संजय की गोली मारकर हत्या कर दी। उन्हें शक था कि संजय ने उसके भाई लाल बहादुर यादव की हत्या में मुखबिरी की थी। पुलिस इस मामले में डीएनए और फोरेंसिक जांच कराएगी।
क्या था मामला?
खोराबार के कजाकपुर निवासी सपा नेता संजय यादव 24 अप्रैल को जमीन का बैनामा कराने घर से कचहरी के लिए निकला था। उसी दिन उसका अपहरण कर लिया गया। 25 अक्टूबर को उसकी इनोवा कुशीनगर के हाटा कोतवाली क्षेत्र स्थित महुआरी चौराहे पर लावारिस हाल मिली थी। संजय के भाई दीपक की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लिया था। इस मामले में पुलिस की सुस्ती के खिलाफ संजय के परिवारीजनों ने कई बार धरना-प्रदर्शन किया लेकिन कोई परिणाम नहीं आया।