Edited By Mamta Yadav,Updated: 17 Jan, 2025 10:35 PM
उत्तर प्रदेश के संभल में शाही जामा मस्जिद सर्वे के दौरान 24 नवंबर को भड़की हिंसा में मरने वालों को शहीद कहे जाने के मामले में जांच शुरू हो गई है। दरअसल, पाकिस्तान के एक मौलाना मोहम्मद अली मिर्जा से वीडियो कॉल पर एक युवक मोहम्मद अकील की बातचीत करने का...
Sambhal News, (दानिश अंसारी): उत्तर प्रदेश के संभल में शाही जामा मस्जिद सर्वे के दौरान 24 नवंबर को भड़की हिंसा में मरने वालों को शहीद कहे जाने के मामले में जांच शुरू हो गई है। दरअसल, पाकिस्तान के एक मौलाना मोहम्मद अली मिर्जा से वीडियो कॉल पर एक युवक मोहम्मद अकील की बातचीत करने का वीडियो वायरल होने से पुलिस और खुफिया विभाग चौकन्नी हो गई हैं। संभल के बताए जा रहे युवक ने पाकिस्तानी मौलाना से पूछा है कि जिन लोगों की जान हिंसा में गई है। उनको शहीद कहा जाएगा या नहीं। वीडियो में मौलाना का जवाब है कि शहीद कह सकते हैं।
युवक ने हिंसा का सारा दोष हिंदुओं एवं पुलिस के सिर मड़ा
बता दें कि संभल में जनजीवन पटरी पर आ रहा है मगर संभल के एक युवक ने माहौल खराब करने की कोशिश की। युवक ने पाकिस्तानी स्कालर से संभल हिंसा में मारे गए लोगों के नामकरण की राय ली है। वहीं पुलिस एवं हिंदुओं को हिंसा का दोषी करार दिया। एक टीवी चैनल पर ली गई राय का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जिसके बाद पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई है। वायरल वीडियो पाकिस्तान के किसी टीवी चैनल बेबसाइट का है। जिसमें संभल का मौहम्मद आकिल नाम का युवक संभल हिंसा में मारे गए लोगों को शहीद कहने की राय लेता दिख रहा है। यही नहीं आरोपी ने हिंसा का सारा दोष हिंदुओं एवं पुलिस के सिर मड़ा है। आरोपी को न देश के कानून पर भरोसा है और न ही कोर्ट के आदेश पर हुए जामामस्जिद के सर्वे पर उसका कोई गौर है। इस दौरान जामा मस्जिद छीनने जैसी गैरकानूनी बातें करता आऱोपी दिख रहा है। युवक का वीडियो वायरल हुआ जिसके बाद पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
संभल के पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि वीडियो के आधार पर युवक की पहचान करने के लिए पुलिस टीम को लगाया गया है। उन्होंने कहा कि युवक पत्थरबाजी में शामिल हो सकता है। युवक को हिरासत में लेने के बाद पूछताछ की जाएगी और दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।