Edited By PTI News Agency,Updated: 04 Dec, 2022 07:35 PM
लखनऊ, चार दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू होगा जिसमें राज्य सरकार 2022-23 का पहला अनुपूरक बजट पेश करेगी। यह वर्ष का तीसरा सत्र है और इसमें तीन बैठकें होने की संभावना है।
लखनऊ, चार दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू होगा जिसमें राज्य सरकार 2022-23 का पहला अनुपूरक बजट पेश करेगी। यह वर्ष का तीसरा सत्र है और इसमें तीन बैठकें होने की संभावना है।
विधानसभा से जारी एक बयान के अनुसार विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सर्वदलीय बैठक में सोमवार से प्रारंभ हो रहे 18 वीं विधानसभा के तृतीय सत्र को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सभी दलीय नेताओं से सहयोग के लिए अनुरोध किया।
उन्होंने कहा कि संसदीय व्यवस्था में संवाद और सकारात्मक चर्चा-परिचर्चा के माध्यम से लोकतंत्र मजबूत होता है।
विधान भवन में आयोजित सर्वदलीय बैठक में सभी दलीय नेताओं ने विधानसभा अध्यक्ष को सदन चलाने में सहयोग देने का आश्वासन दिया।
अध्यक्ष ने कहा कि यह देश की सबसे बड़ी विधानसभा है और स्वाभाविक रूप से उत्तर प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही पूरे देश के विधान मण्डलों के लिए एक मानक और आदर्श भी उपस्थित करती है।
सर्वदलीय बैठक में शामिल हुए समाजवादी पार्टी के विधायक मनोज पांडेय ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि देने की उनकी पार्टी की मांग को स्वीकार कर लिया गया है।
पांडेय ने कहा, "सदन की शुरुआत के पहले दिन सोमवार को प्रश्नकाल नहीं होगा और यादव के निधन पर शोक व्यक्त करने के लिए प्रस्ताव पारित किया जाएगा।"
बयान के अनुसार विधानसभा अध्यक्ष ने सभी दल के नेताओं से अनुरोध किया कि वे अपना-अपना पक्ष सदन में शालीनता एवं संसदीय मर्यादा के अन्तर्गत रखे और प्रेमपूर्ण वातावरण में सदन में बहस करें।
महाना ने दलीय नेताओं से अपेक्षा करते हुए कहा कि जिस तरह पूर्व के सत्रों में आप सभी का सहयोग मिला है इसी तरह के सहयोग की उम्मीद इस बार भी है। इस अवसर पर सभी दलीय नेताओं ने विधानसभा अध्यक्ष की कार्य शैली की सराहना करते हुए कहा कि आपके दिशा निर्देशन में विधानसभा में कुछ न कुछ नया देखने को मिल रहा है।
उम्मीद है कि भविष्य में भी नये प्रयोग के साथ विधानसभा में परिवर्तन देखने को मिलेगा। इस बात पर विधान सभाअध्यक्ष ने अपनी सहमति व्यक्त की।
सर्वदलीय बैठक में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने सभी दलीय नेताओं को आश्वस्त किया कि सरकार पूरी गम्भीरता के साथ विकास को नई गति देने और उसे आगे बढ़ाने के लिए कार्य करेगी।
बैठक में समाजवादी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के स्थान पर मनोज पाण्डेय, अपना दल (सोनेलाल) के नेता राम निवास वर्मा, निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल के नेता संजय निषाद एवं अनिल कुमार त्रिपाठी, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता ओमप्रकाश राजभर, कांग्रेस पार्टी की नेता आराधना मिश्रा ‘मोना,’ जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के नेता रघुराज प्रताप सिंह ‘राजा भइया’, बहुजन समाज पार्टी के नेता उमाशंकर सिंह ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किये और सदन की कार्यवाही को व्यवस्थित ढंग से चलाने में हर तरह का सहयोग देने का आश्वासन दिया।
विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप कुमार दुबे ने गत दिनों सभी विधानसभा सदस्यों को भेजे गये पत्र में अधिसूचित किया था कि उप्र विधानसभा का सत्र पांच दिसंबर से सात दिसंबर तक के लिए प्रस्तावित है और राज्य सरकार ने शीतकालीन सत्र में 2022-2023 के लिए अपना पहला पूरक बजट पेश करने का प्रस्ताव रखा है।
राज्य सरकार कुछ विधायी कार्य कर सकती है और राज्य विधानमंडल के मानसून सत्र के बाद प्रख्यापित अध्यादेशों को भी पेश कर सकती है।
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