Edited By Pooja Gill,Updated: 29 Apr, 2023 10:03 AM

उत्तर प्रदेश में उच्च शिक्षा के साथ-साथ बेसिक-माध्यमिक स्तर पर भी राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लागू करने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। इसी क्रम में शासन ने प्रदेश में कक्षा एक में प्रवेश की न्यूनतम आयु छह वर्ष तय कर...
लखनऊ (अश्वनी कुमार सिंह): उत्तर प्रदेश में उच्च शिक्षा के साथ-साथ बेसिक-माध्यमिक स्तर पर भी राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लागू करने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। इसी क्रम में शासन ने प्रदेश में कक्षा एक में प्रवेश की न्यूनतम आयु छह वर्ष तय कर दी है। इसके लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी कर दिया गया है। इस सत्र 2023-24 में इसे लेकर थोड़ी राहत दी गई है, लेकिन अगले साल से इसे लेकर सख्ती की जाएगी।
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बता दें कि, शासन की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि, कक्षा एक में प्रवेश के लिए न्यूनतम आयु 6 साल तय की जाती है। वर्तमान में जिन छात्रों का कक्षा एक में प्रवेश हुआ है और उनकी आयु 5 से 6 साल के बीच है, उन्हें कक्षा एक में पढ़ाई की अनुमति दी जाएगी। इस आदेश के जारी होने के बाद होने वाले नामांकन में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि, कक्षा एक में उन्हीं बच्चों का नामांकन हो जो 31 जुलाई तक 6 वर्ष की उम्र पूरी कर रहे हैं।

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महानिदेशक ने सभी बीएसए को किया पत्र जारी
इस संबंध में महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने सभी बीएसए को पत्र जारी कर इस आदेश का अनुपालन सुनिश्चित कराने को कहा है। बता दें कि नए सत्र 2023-24 में कक्षा एक में प्रवेश नामांकन एक अप्रैल से शुरू हो गया है। यही वजह है कि नए सत्र में इस आदेश को बाध्यकारी नहीं किया गया है।