Edited By Anil Kapoor,Updated: 13 May, 2025 03:12 PM

Viral News: दुनिया के हर कोने में अलग-अलग रीति-रिवाज, पारिवारिक परंपराएं और सामाजिक व्यवस्थाएं देखने को मिलती हैं। लेकिन कभी-कभी कुछ ऐसी जगहें सामने आती हैं, जहां की परंपराएं और जीवनशैली ना केवल चौंकाने वाली होती हैं, बल्कि उनके गंभीर परिणाम भी...
Viral News: दुनिया के हर कोने में अलग-अलग रीति-रिवाज, पारिवारिक परंपराएं और सामाजिक व्यवस्थाएं देखने को मिलती हैं। लेकिन कभी-कभी कुछ ऐसी जगहें सामने आती हैं, जहां की परंपराएं और जीवनशैली ना केवल चौंकाने वाली होती हैं, बल्कि उनके गंभीर परिणाम भी देखने को मिलते हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है ब्राजील के उत्तर-पूर्वी पहाड़ों में बसे एक छोटे से गांव का, जहां लंबे समय से एक अज्ञात बीमारी बच्चों को प्रभावित कर रही थी। यहां के एक अध्ययन ने ना सिर्फ इस बीमारी की वजह खोजी, बल्कि दुनियाभर में लोगों का ध्यान भी इस अनसुनी सच्चाई की ओर खींचा।
गांव में फैली रहस्यमयी बीमारी
ब्राजील के इस गांव का नाम है सेरिन्हा डोस पिंटोस, जहां की आबादी 5,000 से भी कम है। यह क्षेत्र इतना सुदूर और अलग-थलग है कि यहां बाहरी लोगों का आना-जाना लगभग ना के बराबर है। सालों से यहां के बच्चे चलने-फिरने की क्षमता खोते जा रहे थे, और गांववाले इसे एक सामान्य बीमारी समझकर अनदेखा करते रहे।
वैज्ञानिक ने खोला राज
करीब 20 साल पहले, बायोलॉजिस्ट सिल्वाना सैंटोस नाम की एक वैज्ञानिक ने इस गांव का दौरा किया। उन्होंने स्थानीय लोगों से बातचीत की, उनकी जीवनशैली को करीब से देखा और बच्चों के स्वास्थ्य का निरीक्षण किया। धीरे-धीरे उन्होंने जो खुलासे किए, वो चौंकाने वाले थे। सिल्वाना ने पाया कि गांव के लगभग 30 प्रतिशत पति-पत्नी आपस में रिश्तेदार हैं ज्यादातर चचेरे या ममेरे भाई-बहन। इसके चलते बच्चों में Spastic Paraplegia Type 35, जिसे आम भाषा में स्पोआन सिंड्रोम (SPOAN Syndrome) कहा जाता है, जैसी बीमारी देखी गई।
क्या है SPOAN सिंड्रोम?
स्पोआन सिंड्रोम एक दुर्लभ जेनेटिक न्यूरोलॉजिकल बीमारी है, जिसमें बच्चे धीरे-धीरे चलने की क्षमता खो देते हैं। इसके लक्षण आमतौर पर बचपन में ही नजर आने लगते हैं और उम्र के साथ गंभीर होते जाते हैं। यह बीमारी तब होती है जब दोनों माता-पिता में एक ही तरह का म्यूटेटेड जीन पाया जाता है।
क्यों हो रही है इतनी इनब्रीडिंग?
सेरिन्हा डोस पिंटोस की सबसे बड़ी समस्या उसका भौगोलिक अलगाव है। गांव की लोकेशन ऐसी है कि यहां दूसरे क्षेत्रों से विवाह या लोगों का संपर्क बहुत मुश्किल होता है। ऐसे में पीढ़ियों से यहां सिर्फ आपसी रिश्तेदारों के बीच विवाह होते आए हैं। यही कारण है कि एक जैसी जेनेटिक गड़बड़ियां अगली पीढ़ी में भी बनी रहती हैं।
बीमारी का कोई इलाज नहीं, लेकिन जागरूकता जरूरी
हालांकि स्पोआन सिंड्रोम का कोई स्थाई इलाज नहीं है, लेकिन सिल्वाना सैंटोस के प्रयासों से इस बीमारी को वैश्विक स्तर पर पहचान मिली। अब इस बीमारी के लक्षणों को मैनेज करने के लिए कुछ थेरेपी और फिजियोट्रीटमेंट उपलब्ध हैं। सबसे जरूरी बात यह है कि इस तरह की स्थिति से बचने के लिए जीन संबंधी जानकारी और विवाह पूर्व परामर्श जैसी पहलें की जाएं।