Edited By Pooja Gill,Updated: 13 Jan, 2025 10:52 AM
महाकुम्भनगर: पौष पूर्णिमा स्नान के साथ महाकुंभ मेला सोमवार से प्रारंभ हो गया। मेला अधिकारी के मुताबिक, सुबह साढ़े नौ बजे तक 60 लाख से अधिक लोगों ने संगम और गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समस्त...
महाकुम्भनगर: पौष पूर्णिमा स्नान के साथ महाकुंभ मेला सोमवार से प्रारंभ हो गया। मेला अधिकारी के मुताबिक, सुबह साढ़े नौ बजे तक 60 लाख से अधिक लोगों ने संगम और गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समस्त श्रद्धालुओं, संत महात्माओं, कल्पवासियों और आगंतुकों का स्वागत करते हुए महाकुम्भ के प्रथम स्नान की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने महाकुंभ को भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक गरिमा का प्रतीक बताया।
'गंगा स्नान से सभी तरह के पाप कट जाते हैं'
मेलाधिकारी विजय किरण आनंद ने बताया कि सोमवार को सुबह साढ़े नौ बजे तक 60 लाख से अधिक लोग गंगा और संगम में डुबकी लगा चुके हैं। पौष पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए तीर्थ पुरोहित राजेंद्र मिश्र ने बताया कि पौष माह के शुक्ल पक्ष के 15वें दिन पौष पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान से सभी तरह के पाप कट जाते हैं। उन्होंने कहा कि पौष पूर्णिमा के साथ एक महीने तक चलने वाला कल्पवास भी आज से प्रारंभ हो गया। इस दौरान लोग एक माह तक तीनों समय गंगा स्नान कर एक प्रकार का तप वाला जीवन व्यतीत करते हैं और भगवान की भक्ति में लीन रहते हैं। इससे पूर्व शनिवार और रविवार को मिलाकर 85 लाख से अधिक लोगों ने गंगा स्नान किया।
10 लाख श्रद्धालु के कल्पवास करने का अनुमान
सोमवार को पौष पूर्णिमा पर्व पर गंगा में पावन डुबकी लगाने के साथ ही संगम की रेती पर एक माह के कठिन कल्पवास की शुरूआत हो जाएगी। कल्पवास 13 जनवरी से शुरू होकर 12 फरवरी तक चलेगा। 12 जनवरी को माघी पूर्णिमा का स्नान होना है। प्रशासनिक आंकड़ों के मुताबिक इस महाकुम्भ में लगभग 10 लाख श्रद्धालु के कल्पवास करने का अनुमान है। कल्पवासी एक सप्ताह पहले से ही मेला क्षेत्र में आने लगे थे, रविवार को देर शाम तक इनके आने का क्रम जारी रहा।