Edited By Pooja Gill,Updated: 09 Oct, 2025 11:27 AM

Karwa Chauth 2025: करवा चौथ का दिन हर सुहागिन के लिए बहुत ही खास होता है। सभी सुहागिनें इस दिन अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत करती है। ये त्योहार इस साल 10 अक्टूबर यानी कल मनाया जाएगा...
Karwa Chauth 2025: करवा चौथ का दिन हर सुहागिन के लिए बहुत ही खास होता है। सभी सुहागिनें इस दिन अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत करती है। ये त्योहार इस साल 10 अक्टूबर यानी कल मनाया जाएगा। इस साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 9 अक्टूबर रात 10:54 बजे शुरू होकर 10 अक्टूबर की रात 7:38 बजे खत्म होगी।
पूजा के लिए शुभ मुहूर्त
जानकारी के अनुसार, करवा चौथ पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 5:57 बजे से शुरू होकर 7:11 बजे तक रहेगा यानी एक घंटे 14 मिनट का होगा। इस दौरान पूजा करना शुभ माना जाता है। चंद्रमा उदय शाम 7:42 बजे होगा।
पूजा की विधि
पूजा के लिए शाम को लकड़ी की चौकी पर लाल कपड़ा बिछाएं और उस पर भगवान शिव, माता पार्वती, कार्तिकेय और गणेश जी की मूर्ति स्थापित करें। एक लोटे में जल भरकर उसके ऊपर श्रीफल रखें और कलावा बांध दें। दूसरा मिट्टी का करवा जल से भरकर, ढक्कन में शक्कर रखें और ऊपर दक्षिणा रखें। करवे पर रोली से स्वास्तिक बनाएं। इसके बाद धूप, दीप, अक्षत और फूल अर्पित करें। पूजा के बाद गेहूं के दाने लेकर चौथमाता की कथा पढ़ें या सुनें। रात को चंद्रमा उदय होने पर चंद्र देव को अर्ध्य दें और बड़ों का आशीर्वाद लेकर व्रत खोलें।
पूजन सामग्री
लकड़ी का आसन, देसी घी, पान, सींक, कलश, हल्दी, रोली, मौली, मिठाई, छन्नी, लोटे में चावल, दान सामग्री, अक्षत, चंदन, फल, पीली मिट्टी, फूल, मिट्टी या तांबे का करवा और व्रत कथा की किताब। इस प्रकार करवा चौथ का व्रत पति-पत्नी के प्रेम और विश्वास का प्रतीक बनकर महिलाओं के जीवन में खुशियां लेकर आता है।
करवा चौथ का महत्व
करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए पति की लंबी उम्र और दांपत्य जीवन में खुशहाली का प्रतीक है। इस दिन महिलाएं चंद्रमा की पूजा कर अपने पति की रक्षा और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं।