Edited By Anil Kapoor,Updated: 15 Sep, 2023 11:11 AM
Rampur News: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान के उत्तर प्रदेश के रामपुर आवास पर आयकर विभाग की छापेमारी शुक्रवार को तीसरे दिन भी जारी रही। विभाग ने खान और उनसे जुड़े लोगों के खिलाफ कर चोरी की जांच के तहत बुधवार को उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश...
Rampur News: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान के उत्तर प्रदेश के रामपुर आवास पर आयकर विभाग की छापेमारी शुक्रवार को तीसरे दिन भी जारी रही। विभाग ने खान और उनसे जुड़े लोगों के खिलाफ कर चोरी की जांच के तहत बुधवार को उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में 30 से अधिक स्थानों पर तलाशी ली। समाजवादी पार्टी नेता से जुड़े कई परिसरों पर छापेमारी करने के लिए आईटी कर्मियों की टीमें बुधवार को रामपुर, मेरठ, लखनऊ, गाजियाबाद, सहारनपुर और सीतापुर सहित शहरों में पहुंचीं।खान के रामपुर आवास पर गुरुवार को भी तलाशी ली गई। आजम खान रामपुर सदर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक चुने गए थे। राज्य विधानसभा सचिवालय ने इससे पहले अक्टूबर में खान को सदन से अयोग्य घोषित करने की घोषणा की थी, जब एक अदालत ने उन्हें नफरत फैलाने वाले भाषण मामले में 3 साल की जेल की सजा सुनाई थी।
आजम ने विधानसभा चुनाव 1980 जीतकर की थी अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, खान के खिलाफ अप्रैल 2019 में एक चुनावी बैठक के दौरान रामपुर में तैनात प्रशासनिक अधिकारियों, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ गंभीर आरोप लगाने के लिए मामला दर्ज किया गया था। 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान, मिलक कोतवाली क्षेत्र के खटानगरिया गांव में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए भड़काऊ भाषण देने के लिए खान पर मामला दर्ज किया गया था। इससे पहले, मई 2022 में इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने आजम खान को एक मामले में अंतरिम जमानत दे दी थी, जो वक्फ बोर्ड की संपत्ति की जमीन पर गलत तरीके से कब्जा करने से संबंधित था। आजम खान ने जनता पार्टी (सेक्युलर) के टिकट पर 1980 का विधानसभा चुनाव जीतकर अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। रामपुर से उन्होंने अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव दोनों सरकारों में मंत्री के रूप में कार्य किया है।
आजम खान के खिलाफ विभिन्न आरोपों में दर्ज किए गए हैं 81 मामले
आपको बता दें कि तब से रामपुर में सपा के कद्दावर नेता के खिलाफ जमीन कब्जाने, धोखाधड़ी, आपराधिक अतिक्रमण और नफरत फैलाने वाले भाषण सहित कई आरोपों में 81 मामले दर्ज किए गए हैं। खान की पत्नी और पूर्व सांसद तंजीन फातिमा और उनके बेटे और पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम खान पर भी कम से कम 40 मामले दर्ज किए गए हैं। तीनों फिलहाल जमानत पर हैं। आजम को तंजीन और अब्दुल्ला के साथ उनके जन्म प्रमाण पत्र में कथित जालसाजी के मामले में फरवरी 2020 में गिरफ्तार किया गया था। आजम को मई 2022 में जेल से रिहा किया गया था। तंजीन को दिसंबर 2020 में और अब्दुल्ला को जनवरी 2022 में जेल से रिहा किया गया था।