Edited By Pooja Gill,Updated: 03 Oct, 2024 12:39 PM
Mayawati News: बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने हाथरस भगदड़ केस में दाखिल चार्जशीट के बाद अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सूरजपाल उर्फ भोले बाबा को आरोपी न बनाने पर योगी सरकार पर जनकर...
Mayawati News: बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने हाथरस भगदड़ केस में दाखिल चार्जशीट के बाद अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सूरजपाल उर्फ भोले बाबा को आरोपी न बनाने पर योगी सरकार पर जनकर निशाना साधा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार भोले बाबा को बचा रही है। मायावती ने इसे जनविरोधी राजनीति कहा है।
यह बोलीं मायावती
बसपा प्रमुख ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ''यूपी के हाथरस में 2 जुलाई को हुए सत्संग भगदड़ काण्ड में 121 लोगों जिनमें अधिकतर महिलाओं व बच्चों की मृत्यु के सम्बंध दाखिल चार्जशीट में सूरजपाल सिंह उर्फ भोले बाबा का नाम नहीं होना जनविरोधी राजनीति, जिससे साबित है कि ऐसे लोगों को राज्य सरकार का संरक्षण है, जो अनुचित।''
सूरजपाल के बारे में सरकार द्वारा पहले की तरह चुप्पी क्या उचित?
इससे आगे मायावती ने लिखा, ''सिकन्दराराऊ की इस दर्दनाक घटना को लेकर 2,300 पेज की चार्जशीट में 11 सेवादारों को आरोपी बनाया गया है, किन्तु बाबा सूरजपाल के बारे में सरकार द्वारा पहले की तरह चुप्पी क्या उचित? ऐसे सरकारी रवैये से ऐसी घटनाओं को क्या आगे रोक पाना संभव? आमजन चिन्तित।
हादसे में हुई थी 121 लोगों की मौत
बता दें कि हाथरस जिले के सिकंदराराऊ क्षेत्र के फुलराई गांव में दो जुलाई को सूरजपाल उर्फ भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि के समागम के दौरान हुई भगदड़ में कुल 121 लोगों की मौत हो गई थी जिनमें ज्यादातर महिलाएं थीं। इस घटना पर पहले भी एसडीएम और मजिस्ट्रेट की रिपोर्ट आई थी, उसमें भी सूरजपाल बाबा का नाम नहीं था। मंगलवार को हाथरस पुलिस की तरफ से 10 आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया था। साथ ही 3200 पन्नों की चार्जशीट भी दाखिल की गई थी। चार्जशीट में मुख्य आयोजक समेत 11 लोगों को आरोपी बनाया गया है। दो महिला आरोपियों को हाईकोर्ट से जमानत मिल चुकी है। इस हादसे में पुलिस की तरफ से दो एफआईआर दर्ज की गई थी और दोनों में ही बाबा सूरजपाल का नाम नहीं है। लिहाजा उनका नाम चार्जशीट में भी नहीं है।