Edited By Pooja Gill,Updated: 23 Dec, 2022 02:37 PM

उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में सुकरौली बाल विकास परियोजना कार्यालय की महिला सुपरवाइजर द्वारा रिश्वत लेने का मामला सामने आया है। जिसमें महिला सुपरवाइजर कार्यालय के ऑफिस में बैठकर आशा कार्यकत्रियों से 100-100 रुपये...
कुशीनगर ( अनूप कुमार ): उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में सुकरौली बाल विकास परियोजना कार्यालय की महिला सुपरवाइजर द्वारा रिश्वत लेने का मामला सामने आया है। जिसमें महिला सुपरवाइजर कार्यालय के ऑफिस में बैठकर आशा कार्यकत्रियों से 100-100 रुपये रिश्वत ले रही है। यह पैसे तिरंगे के नाम पर जमा कराए जा रहे थे। इस पूरे मामले का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसकी जानकारी के बाद डीएम ने आरोपी सुपरवाइजर को सेवा समाप्ति की कार्रवाई का निर्देश दिया है।
बता दें कि सुकरौली ब्लाक के बाल विकास परियोजना कार्यालय का एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है। जिसमें कार्यालय के ऑफिस में बैठकर आशा कार्यकत्रियों से 100-100 रुपये घूस लेने की बात सामने आई है। पैसे लेने वाली सुपरवाइजर अल्का सक्सेना बकायदा एक डायरी भी मेंटेन करती दिख रही। इस मामले में जब पैसे देने वाली मिश्रौली गांव की आशा कार्यकर्ता से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वह पैसे हर घर तिरंगा योजना के अंतर्गत झंडे के लिए जमा कराए जा रहे थे। इसकी जानकारी तत्कालीन CDPO को भी थी। हालांकि कभी और किसी काम के लिए पैसे नहीं लगे।
मामले में DM ने कार्रवाई के दिए निर्देश
इस मामले में डीएम रमेश रंजन ने सज्ञान लेते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इसमें विज्ञप्ति जारी कर बताया गया कि, सुकरौली आंगनवाड़ी सुपरवाइजर अलका सक्सेना को इस मामले में जांचोपरांत प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया है। इसके बाद उनके खिलाफ सेवा समाप्ति की कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए है। फिलहाल मामले की जांच जारी है।