Edited By Ramkesh,Updated: 20 Nov, 2024 05:12 PM
उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए वोटिंग जारी है। यूपी में बुर्का विवाद पर यूपी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने कहा है कि जो भी वोट डालने आएगा उसका चेहरा देखा जाएगा। बीजेपी और सपा के पत्रों पर स्थिति स्पष्ट करते हुए नवदीप...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए वोटिंग जारी है। यूपी में बुर्का विवाद पर यूपी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने कहा है कि जो भी वोट डालने आएगा उसका चेहरा देखा जाएगा। बीजेपी और सपा के पत्रों पर स्थिति स्पष्ट करते हुए नवदीप रिणवा ने कहा है कि नियम ये है कि जो भी वोट डालने आएगा उसका चेहरा देखा जाएगा। उसका वोटर कार्ड देखा जाएगा। वोटर लिस्ट में उसके नाम के साथ फोटो का मिलान होता है। जहां पर महिलाएं जहां ज्यादा होती है वहां महिला कर्मियों को लगाया जाता है। वो पहचान सुनिश्चित करती हैं। यही व्यवस्था होती है।
पुलिस का काम पर्दा हटाना नहीं
चुनाव आयोग ने इस पत्र पर संज्ञान लेते हुए स्पष्ट निर्देश दिया है। चुनाव आयोग ने कहा है कि पुलिस का काम पहचान पत्र देखना है, न कि किसी मतदाता को पर्दा हटाने या अन्य तरीके से प्रभावित करना है। मतदान के दिन मतदाताओं की पहचान पीठासीन अधिकारी और उनकी टीम की ओर से की जाती है। मतदाताओं की पहचान पुलिस बल द्वारा नहीं की जाती। चुनाव आयोग ने कहा है कि पुलिस बल का मुख्य उद्देश्य मतदान के दिन शांति स्थापित करना है।
आप को बता दें कि समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग को एक लेटर लिखा था। जिसमें उन्होंने मुस्लिम महिलाओं के हक की बात की थी। अखिलेश यादव ने इलेक्शन कमीशन से मांग की कि वोटिंग के दौरान महिलाओं की बुर्का हटाकर जांच न की जाए। अगर मुस्लिम महिलाएं बुर्का पहनकर वोटिंग करें तो उनकी जांच न की जाए। महिलाएं जांच को लेकर डरा हुआ महसूस कर रही हैं। ऐसे में मतदान प्रभावित हो सकता है। अखिलेश के इस लेटर पर चुनाव आयोग ने संज्ञान लिया है।