Edited By Umakant yadav,Updated: 27 May, 2020 02:45 PM
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में कोरोना संकट के चलते भाजपा के राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने अपनी सांसद निधि से जनपद में बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने को लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग अधिकारी को 25 लाख रूपये की धनराशि दी थी। जिससे जनपद...
मैनपुरी: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में कोरोना संकट के चलते भाजपा के राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने अपनी सांसद निधि से जनपद में बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने को लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग अधिकारी को 25 लाख रूपये की धनराशि दी थी। जिससे जनपद में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के काम में आने वाले वेंटीलेटर की जरुरत को पूरा किया जा सके। लेकिन दो महीने बीत जाने के बाद भी मैनपुरी स्वास्थ्य विभाग ने वेंटिलेटर नहीं खरीद पाए। इस बाबत नाराज भाजपा के राज्यसभा सांसद ने अपनी निधि से दी हुई धनराशि जिला प्रशासन से वापस मांगी है।
सांसद ने 27 अप्रैल को ईमेल के जरिए CM को दी थी सूचना
बता दें कि इस बाबत राज्यसभा सांसद ने विगत 27 अप्रैल को प्रदेश के मुख्यमंत्री को ईमेल के जरिए सूचना दी थी। जिसमें उन्होंने कहा था कि वह जो धनराशि वेंटिलेटर और डायलिसिस यूनिट को दी थी उस धनराशि का जल्द से जल्द उपयोग किया जाए जिससे मैनपुरी की जनता को गंभीर बीमारियों के लिए आगरा या सैफ़ई न जाना पड़े। मगर दो महीने बीत जाने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग ने वेंटिलेटर नहीं खरीदे तो सांसद ने सख्त रुख अपनाया। सांसद ने जिलाधिकारी मैनपुरी को पत्र लिखकर वेंटिलेटर का प्रस्ताव निरस्त करने के लिए कहा है। साथ ही अपनी सांसद निधि से दी हुई 25 लाख की धनराशि वापस मांगी है जिससे वो धनराशि कहीं और लगाई जा सके।
अस्पताल को 4 वेंटिलेटर UP सरकार से मिले
इस मामले में जब मीडिया ने मुख्य विकास अधिकारी नरेंद्र शर्मा से बात की तो उन्होंने बताया कि सांसद जी द्वारा वेंटिलेटर खरीदने के लिये धनराशि सीएमओ को दी गई थी। अब जब सांसद द्वारा अपनी दी गई धनराशि वापस मांगी गई है तो सीएमओ से इस बाबत आख्या मांगी गई है। सीएमओ ने बताया है जिला अस्पताल को 4 वेंटिलेटर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मिल गए हैं। अतः अब सांसद जी की दी गई धनराशि से वेंटिलेटर खरीदने की जरूरत नहीं है।