Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 14 Jan, 2021 12:42 PM
कुशीनगर में बर्ड फ्लू के आसार दिखने लगे है। कई जगह कौवों के मौत की खबर के बाद लोगों में इस बीमारी की दहशत है। जिसका सीधा असर मुर्गी और अण्डे के कारोबार करने वाले लोगों पर पड़ा रहा है। कोरोना के समय लगे लॉकडाउन ने इन कारोबारियों की पहले ही कमर तोड़ दी...
कुशीनगर: कुशीनगर में बर्ड फ्लू के आसार दिखने लगे है। कई जगह कौवों के मौत की खबर के बाद लोगों में इस बीमारी की दहशत है। जिसका सीधा असर मुर्गी और अण्डे के कारोबार करने वाले लोगों पर पड़ा रहा है। कोरोना के समय लगे लॉकडाउन ने इन कारोबारियों की पहले ही कमर तोड़ दी हैं। अनलॉक प्रक्रिया के बाद अभी कारोबार पटरी पर आ ही रहा था कि अब बर्ड फ्लू ने फिर झटका दे दिया है।
जाहिर सी बात है कि आज के दौर में अंडा और चिकन दैनिक जरूरतों में शुमार हो गया है। जिससे इसका व्यापार भी लोगों को खूब भा रहा है। सरकार भी अनुदान देकर इसके व्यापार को बढ़ावा दे रही है, लेकिन मुर्गियों से कोरोना के फैलने की अफवाह और लॉकडॉउन ने इन व्यवसायियो की कमर तोड़ दी हैं और अब बर्डफ्लू एक बार फिर इस व्यवसाय को काफी प्रभावित कर रहा है। हालांकि कुशीनगर जिले के पशुविभाग के अधिकारियों का मानना है कि अभी जिले में बर्ड फ्लू की दस्तक तो नही हुई है पर बचाव जरूरी है।
वहीं पंजाब केसरी के संवाददाता रियलिटी चैक करने विकास खंड मोरवन स्थित अंडा फार्म पहुंचे। जहां हालातों का जायजा लिया। इस दौरान देखा गया कि फार्म में जिला प्रशासन के आदेशों के अनुसार साफ-सफाई और छिड़काव किया जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद बर्ड फ्लू की दहशत लोगों में बनी है। बता दें कि जिले में बर्डफ्लू के दस्तक की खबर के बाद महज तीन दिनों में अंडा और चिकन की बिक्री में 50 फीसदी गिरावट देखी गई है। जिसका खामियाजा कारोबार पर पड़ रहा है।
रामकोला नगर में फर्मो के सर्वे पर निकले पशुधन प्रसार अधिकारी ने बताया की जिला प्रशासन के निर्देश पर सर्वे कर सभी मुर्गी फार्म कारोबारियों की सूची बनाई जा रही हैं। जिससे इनकी निगरानी में मदद मिलेंगी।