Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 26 Jan, 2022 06:47 PM
लद्दाख के द्रास सेक्टर में ड्यूटी के दौरान बर्फ में दबने से शहीद हुए अनुज पुंडीर ने सरकार के प्रति नाराजगी जताई है। जिसके चलते गांव वालों ने बुधवार को पंचायत कर जिले के आलाधिकारियों, नेताओं और सरकार पर शहीद के अपमान का आरोप...
बागपत: लद्दाख के द्रास सेक्टर में ड्यूटी के दौरान बर्फ में दबने से शहीद हुए अनुज पुंडीर ने सरकार के प्रति नाराजगी जताई है। जिसके चलते गांव वालों ने बुधवार को पंचायत कर जिले के आलाधिकारियों, नेताओं और सरकार पर शहीद के अपमान का आरोप लगाते हुए 2022 के विधान सभा चुनाव का पुनः बहिष्कार करने का फैसला लिया। शहीद अनुज पुंडीर बागपत जनपद में खपराना गांव का रहने वाला थे और वह लद्दाख के द्रास सेक्टर में ड्यूटी पर तैनात थे। जहां वह बर्फ में दबने से शहीद हो गए।
बता दें कि बागपत जनपद के बिनौली क्षेत्र के खपराना गांव निवासी 26 वर्षीय अनुज कुमार पुंडीर पुत्र अशोक वर्ष 2015 में सेना में भर्ती हुए थे। वे लद्दाख के द्रास सेक्टर सेना की 11 ग्रेनेडियर्स यूनिट में सिपाही के पद पर तैनात थे। चार दिन पूर्व ड्यूटी करते समय बर्फ की ढांग गिरने से कई सैनिक दब गए थे। जिसमें अनुज को गंभीर हालत में चंडीगढ़ के आर्मी हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। जहां कई दिनों से इलाज चल रहा था। शनिवार देर रात इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। जिसके बाद अनुज पुंडीर का पार्थिव शरीर गांव में लाया गया और सैनिक सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। जिसके बाद गांव वालों ने नेताओ ओर सरकार पर आरोप लगाए की उनके गांव का लाल देश के लिए शहीद हो गया। लेकिन सरकार का कोई भी नुमाइंदा या कोई नेता उनके दरवाजे तक नहीं आया।
ग्रामीणों का कहना है कि वह अपने गांव के लाल का अपमान किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे। बुधवार को गांव वालों ने गांव में पंचायत कर जिले के आलाधिकारियों नेताओं और सरकार पर शहीद के अपमान का आरोप लगाते हुए 2022 के विधान सभा चुनाव का पुनः बहिष्कार करने का फैसला लिया है। ग्रामीणों का कहना है कि नेता चुनाव के दौरान वोट लेने आ जाते है लेकिन उसके बाद किसी के भी सुख दुख में नही आते।