1000 टन सोने के भंडार की भविष्यवाणी करने वाले बाबा शोभन का निधन, अंतिम दर्शन को उमड़ी भीड़
Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 13 May, 2020 07:09 PM
उत्तर प्रदेश के उन्नाव में 1000 टन सोने की भविष्यवाणी करने वाले बाबा शोभन सरकार का निधन हो गया है। बाबा ने सुबह 5 बजे अपने आश्रम स्थित आरोग्यधाम अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके देहांत की खबर लगते ही उनके...
कानपुरः उत्तर प्रदेश के उन्नाव में 1000 टन सोने की भविष्यवाणी करने वाले बाबा शोभन सरकार का निधन हो गया है। बाबा ने सुबह 5 बजे अपने आश्रम स्थित आरोग्यधाम अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके देहांत की खबर लगते ही उनके भक्तों में शोक की लहर दौड़ गई। कानपुर देहात के शिवली कोतवाली क्षेत्र के बैरी में बने उनके आश्रम में अंतिम दर्शन के लिए भक्त पहुंच रहे हैं।
गौरतलब है कि बाबा ने सात साल पहले उन्नाव के डौंडियाखेड़ा गांव में 1000 टन सोना होने की भविष्यवाणी की थी। उन्होंने कहा था कि उन्हें सपने में फतेहपुर के रीवा नरेश के किले में शिव चबूतरे के पास 1000 टन सोने के दबे होने का पता चला है। इसके बाद ही साधु शोभन सरकार ने सरकार से सोना निकलवाने की बात कही थी। इसी आधार पर ढौंडिया खेड़ा में आर्किलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम खजाने की खोज में जुटी थी।
शोभन सरकार ने वर्ष 2013 में उन्नाव जिले के डौंडियाखेड़ा गांव में राजा राव रामवख्श के खंडहर हो चुके महल में 1000 टन सोने का भंडार होने का सपना देखने का दावा किया था। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अंग्रेजों ने महल पर कब्जा कर राजा राव रामबख्श को फांसी दे दी थी। उन्होंने प्रदेश सरकार को जानकारी दी थी इस महल के भूगर्भ में हजारों टन सोना दबा है। इसके बाद एएसआई ने 18 अक्टूबर को राजा राव रामबख्श के खंडहर महल में खुदाई शुरू कराई। जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने एएसआई को 29 अक्टूबर को रिपोर्ट दी कि महल के नीचे सोना, चांदी या अन्य धातु दबी हो सकती है। करीब एक महीने तक चली खुदाई का काम काम 19 नवंबर 2013 को पूरा हुआ। इस काम में प्रदेश सरकार के 2.78 लाख रुपये खर्च हो गए लेकिन सोना का भंडार न मिलने पर खुदाई को रोक दिया गया।