Edited By Mamta Yadav,Updated: 28 Jul, 2025 04:21 PM

अनिरुद्धाचार्य के विवादित बयान के बाद अब एक और संत, प्रेमानंद जी महाराज, महिलाओं को लेकर दिए गए अपने विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में आ गए हैं। प्रेमानंद महाराज ने एक निजी वार्तालाप में कहा, "आज के समय में 100 में से मुश्किल से दो-चार लड़कियां ही...
Premananda Maharaj Controversial Statement: अनिरुद्धाचार्य के विवादित बयान के बाद अब एक और संत, प्रेमानंद जी महाराज, महिलाओं को लेकर दिए गए अपने विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में आ गए हैं। प्रेमानंद महाराज ने एक निजी वार्तालाप में कहा, "आज के समय में 100 में से मुश्किल से दो-चार लड़कियां ही पवित्र होती हैं, बाकि सभी बॉयफ्रेंड-गर्लफ्रेंड के चक्कर में पड़ी हुई हैं।" यह क्लिप सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। इस बयान ने संत प्रेमानंद को आलोचना के घेरे में ला खड़ा किया है। जहां एक ओर उनके प्रवचनों को हजारों लोग सुनते हैं, वहीं दूसरी ओर इस टिप्पणी से उनके समर्थकों और आम लोगों में भारी नाराजगी देखी जा रही है।
संतों की जुबान पर उठे सवाल
इससे पहले संत अनिरुद्धाचार्य भी इसी प्रकार के बयान को लेकर विवादों में घिर चुके हैं। महिला संगठनों ने उस बयान को संविधान-विरोधी और भड़काऊ करार दिया था। उनके खिलाफ कई जगह प्रदर्शन हुए थे और राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी मामला संज्ञान में लिया था। बाद में उन्होंने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी थी। अब प्रेमानंद महाराज के बयान को लेकर भी लोग तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर एक यूजर ने कहा, "इन संतों को महिलाओं के खिलाफ बोलने में क्या आनंद आता है?" वहीं एक अन्य ने लिखा, "नारी के बिना कोई समाज संभव नहीं है, और संतों से ऐसी भाषा की उम्मीद नहीं की जाती।"
महिलाओं की गरिमा पर चोट
लोगों का मानना है कि संतों को समाज को जोड़ने और दिशा देने का काम करना चाहिए, न कि महिलाओं की गरिमा पर सवाल उठाने वाला वक्तव्य देना चाहिए। खासकर ऐसे समय में जब महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है, तब इस तरह के बयान सामाजिक ताने-बाने को कमजोर करते हैं। कई लोगों ने यह भी आरोप लगाया है कि ऐसे बयान जानबूझकर सोशल मीडिया पर चर्चा में बने रहने और पॉपुलैरिटी हासिल करने के लिए दिए जा रहे हैं।