भूख के कारण सड़क पर बेहोश हुआ व्यक्ति, एम्बुलेंस कर्मियों ने उठाने से किया इंकार

Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 22 May, 2020 06:05 PM

ambulance personnel refuse to lift person unconscious on

कोरोना वायरस से बचाव के लिए लागू लॉकडाउन पिछले तकरीबन 2 महीने से जारी है या यूं कहें कि लॉकडाउन 4.0 चल रहा, ऐसे में रोजाना दिहाड़ी मज़दूरी करने वाला तबका इस लॉकडाउन में सबसे ज़्यादा प्रभावित हुआ है। सरकार ने ऐसे ही मजदूर वर्ग को ध्यान में रखकर तमाम...

मेरठः कोरोना वायरस से बचाव के लिए लागू लॉकडाउन पिछले तकरीबन 2 महीने से जारी है या यूं कहें कि लॉकडाउन 4.0 चल रहा, ऐसे में रोजाना दिहाड़ी मज़दूरी करने वाला तबका इस लॉकडाउन में सबसे ज़्यादा प्रभावित हुआ है। सरकार ने ऐसे ही मजदूर वर्ग को ध्यान में रखकर तमाम घोषणाएं की और ऐसे मज़दूर वर्ग को राहत पहुंचाने का आश्वासन भी दिया, लेकिन मेरठ में इन सरकारी घोषणाओं की हक़ीकत कुछ और ही नजर आ रही है। आलाम ये है कि भूख से तड़प कर एक व्यक्ति सड़क पर गिर गया और बेहोश हो गया, लेकिन स्वास्थ विभाग और पुलिस इस व्यक्ति को एक दूसरे की जिम्मेदारी बताने में लगे रहे। वहीं स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

दरअसल, मामला मेरठ के हापुड़ अड्डे चौराहे का है। जहां एक बार फिर इंसानियत शर्मसार होती दिखाई दी। स्वस्थ्य विभाग के एंबुलेंस कर्मचारियों ने तानाशाही दिखाते हुए भूख से बेहोश व्यक्ति को ले जाने से न सिर्फ इंकार कर दिया। बल्कि पुलिस से नोकझोंक करते दिखाई दिए। इतना ही नहीं पुलिस जब पुलिसकर्मी खुद ही मरीज को एम्बुलेंस में लिटाने के लिए तैयार हो गए तो उन्हें स्ट्रैचर खराब बताकर वो भी देने से मना कर डाला। आखिरकार घंटों नोकझोंक के बाद पुलिसकर्मियों ने ही मानवता का परिचय देते हुए बिना स्ट्रेचर के बेहोश व्यक्ति को एंबुलेंस में लिटाया। 

वहीं हापुड़ अड्डे पर तैनात सिविल डिफेंस की कर्मचारी सीमा खान की मानें तो रात तकरीबन 11:00 बजे एक व्यक्ति यहां पर आया और खाना मांगने का इशारा करता हुआ अचानक गिरकर बेहोश हो गया। जिसके बाद सीमा खान ने पहले तो डायल 112 पर कॉल की, कॉल न लगने के बाद फिर उन्होंने 108 नंबर पर कॉल की। तकरीबन आधा घंटे बाद एंबुलेंस पहुंची तो एंबुलेंस कर्मचारी मरीज को एंबुलेंस में लिटाने के बजाय उल्टा बहस करने लगे कि वह मरीज को हाथ नही लगाएंगे। बल्कि यहां मौजूद पुलिसकर्मी या सिविल डिफेंस के लोग इसको एंबुलेंस में लिटायेंगे। जिसके बाद काफी देर तक बहस चली तो पुलिसकर्मियों का दिल पसीज गया और उन्होंने मानवता दिखाते हुए व्यक्ति को एंबुलेंस में लिटा दिया, लेकिन एंबुलेंस कर्मियों की इस तरह की लापरवाही स्वास्थ्य महकमे की कार्यशैली पर तमाम तरह के सवाल खड़े कर देती है।


 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!