Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 05 Aug, 2022 01:09 PM
उत्तर प्रदेश के कानपुर में काली मां के आपत्तिजनक पोस्टर को लेकर होने वाला विवाद अभी थमा भी नहीं था, कि इसी बीच भगवान भोलेनाथ की एक अपत्तिजनक तस्वीर सामने आ गई। यह तस्वीर मलयालम की पत्रिका ‘द वीक’ में छपी है..
कानपुरः उत्तर प्रदेश के कानपुर में काली मां के आपत्तिजनक पोस्टर को लेकर होने वाला विवाद अभी थमा भी नहीं था, कि इसी बीच भगवान भोलेनाथ की एक अपत्तिजनक तस्वीर सामने आ गई। यह तस्वीर मलयालम की पत्रिका ‘द वीक’ में छपी है। जिसे देखकर लोगों ने बवाल खड़ा कर दिया और मैगजीन के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को भड़काने का आरोप लगा कर एफआईआर दर्ज करवा दी।
बता दें कि यह मामला भगवान शंकर की आपत्तिजनक तस्वीर प्रकाशित करने का है। यह तस्वीर मलयालम की मशहूर पत्रिका ‘द वीक’ पेज नंबर 62 और 63 में छपी हुई है। 24 जुलाई को पत्रिका के अंक में हिंदू देवी मां काली को लेकर एक लेख छापा गया है। जिसमें भगवान शंकर की जो तस्वीर छापी गई है। यह तस्वीर माता काली के उस गुस्से के समय की प्रकाशित की गई है, जब उन्हें रोकने के लिए भगवान शंकर उनके पैरों के नीचे लेट गए थे। इस तस्वीर में भगवान शंकर को आपत्तिजनक तरीके से निर्वस्त्र दर्शाया गया है।
इस तस्वीर को देखने के बाद हिंदूवादी संगठन के लोग इसे आपत्तिजनक बता रहे हैं। लोगों का आरोप है कि यह तस्वीर हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली है। हिंदूवादी नेता प्रकाश शर्मा ने अपनी तहरीर में लिखा है कि मैगजीन ने भगवान शिव और मां काली की आपत्तिजनक फोटो प्रकाशित है।इससे हिंदू धर्म की भावनाओं को ठेस पहुंची है। इसका विरोध करते हुए लोगों ने मैगजीन के खिलाफ मामला पुलिस में दर्ज करवा कर कार्रवाई करने को कहा है।