Edited By Ajay kumar,Updated: 26 Nov, 2019 02:21 PM
अयोध्या जमीन विवाद पर 9 नवंबर को आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर हर रोज कुछ न कुछ बयान आ रहा थ। लेकिन मंगलवार...
लखनऊ: अयोध्या जमीन विवाद पर 9 नवंबर को आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर हर रोज कुछ न कुछ बयान आ रहा है। लेकिन मंगलवार को राजधानी लखनऊ में मुस्लिमों के सबसे बड़े पक्षकार सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड की अहम बैठक के दौरान 7 में से 6 सदस्यों ने रिव्यू पिटीशन के खिलाफ दिखे। सूत्रों के अनुसार बैठक शुरू होते ही उसमें हंगामा शुरू हो गया था।
बैठक में सभी सदस्यों द्वारा चेयरमैन के फैसले का विरोध किया जा रहा था। फिर भी माना जा रहा था कि अयोध्या फैसले पर रिव्यू पिटीशन न दाखिल करने पर सहमति बन सकती थी। लेकिन आखिरकार मस्जिद के लिए दी गई जमीन को भी बोर्ड ने लेना स्वीकार किया है। सूत्रों के अनुसार कहा ये भी जा रहा है कि ज़मीन पर मस्जिद के साथ इस्लामिक यूनिवर्सिटी का भी निर्माण किया जा सकता है।
8 में से 7 सदस्य उपस्थित, 1 ने किया बहिष्कार
पता चला है कि 7 में से 6 सदस्य ज़ुफर फारूकी के पक्ष में हैं, वहीं एक सदस्य चेयरमैन के फैसलों के खिलाफ हैं। बता दें लखनऊ के वक़्फ़ बोर्ड के आफिस में हुई इस मीटिंग में बोर्ड के 8 में से 7 सदस्य उपस्थित थे। इनमें चेयरमैन जुफऱ फारूकी के साथ अब्दुल रज्जाक, अदनान फारुख शाह, खुशनूद मियां, जुनैद सिद्दीकी, मोहम्मद जुनीद और मोहम्मद अबरार अहमद बैठक में मौजूद हैं। वहीं बोर्ड के एकमात्र सदस्य इमरान माबूद खान ने बोर्ड की मीटिंग का बहिष्कार किया है।