Edited By Imran,Updated: 12 Aug, 2024 07:03 PM
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में सत्संग भगदड़ हादसे के 11 आरोपियों की आज मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी हुई। सत्संग में हुई भगदड़ के आरोप में सभी आरोपी अलीगढ़ जेल में बंद हैं।
हाथरस: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में सत्संग भगदड़ हादसे के 11 आरोपियों की आज मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी हुई। सत्संग में हुई भगदड़ के आरोप में सभी आरोपी अलीगढ़ जेल में बंद हैं।
वही इस मामले में अगली सुनवाई अब 23 अगस्त को होगी। सभी आरोपियों की कोर्ट में वीडियो कांफ्रेंसिंग से हुई पेशी के दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता एपी सिंह भी हाथरस न्यायालय पहुंचे।पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्हें कहा कि नारायण साकार हरि ने गुरु पूर्णिमा के दिन अपने अनुयायियों को उन्हीं के घरों में, खेतों में, खलिहानों में फैक्ट्रियों में दर्शन दे दिए। साकार हरि अपने अनुयायियों को दर्शन दे जाते हैं।
सत्संग के दौरान भगदड़ को लेकर उन्होंने कहा कि यह पूरी घटना साजिश के तहत हुई है। कुछ युवकों ने वहां जहरीला स्प्रे छिडका और पानी की बोतलें फेंकी। इसी से वहां भगदड़ मची और यह घटना हो गई। इसमें घटना में आरोपी उपेंद्र यादव तो उस दिन मौके पर भी मौजूद नहीं था।वह अपने घर शिकोहाबाद में था। इस सिलसिले में सभी पत्रावलिया एसपी हाथरस को भेजी जा चुके हैं।
इस मामले में जिन लोगों को आरोपी बनाया गया है वह तो खुद ही शिकायतकर्ता हैं। कुछ आरोपियों कि न्यायालय द्वारा जमानत खारिज किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसे आगे प्रोड्यूस करेंगे। यह अपवाद वाला केस नहीं है।सभी 11 अभियुक्त यहीं के रहने वाले हैं, यह कहीं भागने वाले नहीं हैं। इन्हें आखिर जेल में रखने से क्या फायदा होगा। उन्होंने कहा कि इस घटना को जिसने अंजाम दिया, वह किसी राजनीतिक दल के व्यक्ति भी हो सकते हैं।नारायण साकार हरि को बदनाम करने वाले भी हो सकते हैं।प्रदेश सरकार को अस्थिर करने की साजिश हुई थी।
हम केंद्र सरकार, प्रदेश सरकार और समाजवादी पार्टी को धन्यवाद देते हैं जिन्होंने कि इस हादसे के पीड़ितों को आर्थिक मदद दी। साकार हरि की ओर से भी पीड़ितों की मदद भी की जा रही है।