Edited By Anil Kapoor,Updated: 03 Jun, 2025 02:50 PM

Bahraich News: उत्तर प्रदेश में बहराइच जिले के महसी इलाके से एक बेहद दर्दनाक और डराने वाली खबर सामने आई है। जहां गदामार क्षेत्र के गढ़ीपुरवा गांव में सोमवार की रात एक जंगली जानवर ने 2 साल के मासूम बच्चे को उसके घर के बरामदे से उठा लिया। बच्चा अपनी...
Bahraich News: उत्तर प्रदेश में बहराइच जिले के महसी इलाके से एक बेहद दर्दनाक और डराने वाली खबर सामने आई है। जहां गदामार क्षेत्र के गढ़ीपुरवा गांव में सोमवार की रात एक जंगली जानवर ने 2 साल के मासूम बच्चे को उसके घर के बरामदे से उठा लिया। बच्चा अपनी मां के साथ सो रहा था। अगली सुबह उसका शव पास के गन्ने के खेत में क्षत-विक्षत हालत में मिला। इस घटना से पूरे गांव में मातम छा गया और इलाके में दहशत का माहौल है।
कैसे हुआ हादसा?
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, घटना सोमवार देर रात की है। जहां गांव के एक परिवार में 2 साल का बच्चा अपनी मां के साथ बरामदे में सो रहा था। तभी अचानक एक जंगली जानवर ने हमला कर दिया और बच्चे को उठाकर ले गया। परिवार को रात में इस घटना का पता नहीं चल पाया। सुबह जब परिजनों ने बच्चे को नहीं देखा तो खोजबीन शुरू की गई। कुछ ही दूरी पर गन्ने के खेत में बच्चे का शव मिला, जिसे जानवर बुरी तरह नोच चुका था।
भेड़िए के हमले की आशंका
सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। शुरुआती जांच में यह हमला भेड़िए का बताया जा रहा है। हालांकि, वनकर्मी अभी पंजों के निशान और अन्य सुरागों की जांच कर रहे हैं ताकि इसकी पुष्टि हो सके।
पिछले साल भी हुए थे ऐसे हमले
गौर करने वाली बात यह है कि यह इलाका पहले भी ऐसे हमलों से परेशान रहा है। पिछले साल महसी क्षेत्र में भेड़ियों के हमले में 10 बच्चों की मौत हो गई थी और 60 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। तब वन विभाग ने कई भेड़ियों को पकड़कर हमले रोक दिए थे। लेकिन अब फिर से इस तरह की घटना ने सबको डरा दिया है।
ग्रामीणों में दहशत, बच्चे घरों में कैद
इस हमले के बाद गांव और आसपास के इलाकों में लोग बहुत डर गए हैं। खासकर छोटे बच्चों को लेकर लोग बेहद चिंतित हैं। अब लोग रात में बाहर सोने या बच्चों को अकेला छोड़ने से कतरा रहे हैं।
वन विभाग की तैयारी
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वे पूरे इलाके पर नजर रखे हुए हैं। ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। जंगली जानवर को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाए जाएंगे और रात में गश्त भी बढ़ाई जाएगी। ग्रामीणों ने भी मांग की है कि इस बार वन विभाग तुरंत और सख्त कदम उठाए।