Edited By Purnima Singh,Updated: 25 Jul, 2025 04:22 PM

उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में चार मासूमों और उनकी मां को बेरहमी से मौत के घाट उतारने वाले हत्यारोपी को कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। साथ ही उसकी पत्नी को भी इस मामले में साजिश रचने और नृशंस हत्याकांड में मदद करने के चलते उम्रकैद दिया गया है.....
चित्रकूट: उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में चार मासूमों और उनकी मां को बेरहमी से मौत के घाट उतारने वाले हत्यारोपी को कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। साथ ही उसकी पत्नी को भी इस मामले में साजिश रचने और नृशंस हत्याकांड में मदद करने के चलते उम्रकैद दिया गया है। हत्यारोपी दंपत्ति को न्यायालय ने 2 लाख 20 हजार पेनाल्टी से भी दंडित किया है।
एक दिन में मिलीं चार लाशें
जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी श्यामसुंदर मिश्रा, सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी अजय सिंह, सनत कुमार मिश्रा ने बताया कि 25 अप्रैल 2017 को कछुआ नाले में दो लड़कियों की लाश मिली थी। वहां से दो किलोमीटर दूर सड़क किनारे एक लड़के और एक लड़की का शव बोरी में भरा हुआ मिला था। इसके दूसरे दिन एक महिला की लाश भी बरामद की गई थी। पूरा मामला राजापुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत अमान गांव के बाहर का है।
सभी शवों की हुई शिनाख्त
उन्होंने बताया कि शवों की शिनाख्त कर ली गई थी। मृत महिला की पहचान बिहार के पटना जिले की माधवपुर निवासी लालमुनि देवी उर्फ रीना देवी पत्नी सत्यानंद के रूप में हुई थी। वहीं जिन चार बच्चों के शव मिले थे वह मृतक महिला के बच्चे थे। जिनकी पहचान रीता, संगीता, गीता और किशुन के रूप में हुई थी।
दूसरे युवक के साथ रहने लगी महिला
बता दें कि महिला का पति घटना से दो साल पहले कहीं चला गया था। इस दौरान रीना देवी राजापुर थाना क्षेत्र के अतंर्गत अमवा गांव के निवासी अवधेश यादव के संपर्क में आ गई और दोनों साथ में रहने लगे थे। रीना देवी अवधेश पर बच्चों के साथ गांव चलकर रहने का दबाव बनाने लगी। उसकी बात न मानने पर पुलिस में शिकायत की बात करने लगी।
पांचों का काटा गला, अलग-अलग जगहों पर फेंके शव
इसके चलते अवधेश ने अपनी पत्नी मंटू देवी उर्फ कुसुम कली संग मिलकर लालमुनि को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया और महिला संग उसके बच्चों को राजापुर लेकर आ गया। राजापुर से 23 अप्रैल 2017 को रात में वह लालमुनि, उसकी बेटी संगीता, रीता, गीता और बेटे किशुन को अमान गांव ले आया। यहां उसने पत्नी संग रात में सोते हुए चारों बच्चों और महिला की गला काटकर हत्या कर दी। फिर बाइक से मृतकों के शव अलग-अलग जगहों पर ले जाकर फेंक दिए।
पुलिस टीम को खुलासे के लिए किया गया पुरस्कृत
बता दें कि पुलिस की कई टीमों ने मिलकर इस पूरे मामले का खुलासा किया था। हत्यारोपी पति-पत्नी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। कोर्ट में पुलिस ने हत्यारोपी पति-पत्नी के विरुद्ध आरोप पत्र दाखिल किया था। पुलिस टीम के इस सराहनीय कार्य के लिए तत्कालीन पुलिस उपमहानिरीक्षक और पुलिस अधीक्षक ने उन्हें पुरस्कृत भी किया था।